प्रदेश के 27 IAS अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के 43 मामले, देखें नाम

छत्तीसगढ़ के 27 के पूर्व और वर्तमान 27 आईएएस के खिलाफ भ्रष्टाचार के 43 प्रकरण हैं। इसमें से ईओडब्ल्यू 11 मामलों में एफआईआर दर्ज कर प्रकरण की जांच कर रही है। इसमें जेल भेजे गए पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा के खिलाफ सबसे ज्यादा 7 प्रकरण शामिल है।

राज्य सेवा से पदोन्नत टुटेजा का नाम सबसे चर्चित है। ईडी व ईओडब्ल्यू छानबीन कर रही है। मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए विवेक ढांड सहित अन्य लोगों के नाम शामिल है। उक्त लोगों के खिलाफ प्रकरण जांच के दायरे में लिए गए हैं। प्रकरणों को दोनों ही एजेंसियां द्वारा अपराधिक प्रकरणों की फाइल भी साझा की गई है।

बता दें कि विधानसभा सत्र के दौरान सीएम विष्णुदेव साय ने सदन में बताया था कि प्रदेश के 27 आईएएस अधिकारियों के खिलाफ 11 अपराध, 1 प्रारंभिक जांच व 31 शिकायतों के बाद जांच चल रही है। इसी तरह 24 आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न विषयों के कुल 31 शिकायतों पर जांच चल रही है।

यह मामला

प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान 2020 में अनिल टुटेजा के खिलाफ सबसे पहले दर्ज हुआ था। टुटेजा पर फारेन एक्सचेंज कानून के तहत क्रिमिनल केस और पासपोर्ट एक्ट और आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद 2024 में झारखंड में शराब नीति में अहम भूमिका निभाने और छत्तीसगढ़ में हुए 2161 करोड़ के शराब घोटाला, नान प्रकरण में पद का दुरपयोग करने और अन्य प्रकरण शामिल है। इसी तरह राजेश सुकुमार टोप्पो के खिलाफ भ्रष्टाचार के 5 प्रकरण पद का दुरपयोग करने के मामले है। उक्त सभी प्रकरण 2019 से 2021 के है।

जेल भेजी गईं रानू

कोयला और डीएमएफ घोटाला में जेल भेजी गई निलंबित आईएएस रानू साहू के खिलाफ 2021 एफआईआर दर्ज किया था। कोरबा कलेक्टर रहने के दौरान डीएमएफ और कोयला स्कैम के साथ आय से अधिक संपत्ति का मामला है। मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुएआईएएस विवेक ढांड भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) का अध्यक्ष रहने के दौरान नजूल जमीन को हड़पने के लिए फर्जी बैनामा का सहारा लेकर स्थायी पट्टा लेने का आरोप है। शराब घोटाला में भी ढांड की भूमिका की जांच चल रही है।

सीजीपीएससी में ध्रुव और सोनवानी को जेल

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती में गड़बड़ी के आरोप में तत्कालीन अध्यक्ष और सेवानिवृत्त आईएएस टामन सिंह सोनवानी के साथ ही जीवन किशोर ध्रुव पर केस दर्ज है। इसी तरह पीएससी की सचिव रही आईएएस पुष्पा साहू पर भर्ती के लिए लेनदेन करना का आरोप है। इस प्रकरण में टामन सोनवानी जेल भेजे गए है। वहीं, संभाग आयुक्त के पद से सेवानिवृत हुए संजय कुमार अलंग पर पाठय पुस्तक निगम में संचालक के पद पर रहने के दौरान टेंडर में गड़बड़ी करने का आरोप है। वहीं समीस्के खिलाफ 2023 में ईओडब्ल्यू ने अनुपातहीन संपत्ति और उसके बाद कोल स्कैम में प्रकरण दर्ज किया गया है।

सेवानिवृत आईएस डॉ. आलोक शुक्ला के खिलाफ नान घोटाले में गवाहों के बयान बदलवाने का आरोप है। निरंजन दास पर शराब आय से अधिक अधिक सपंत्ति अर्जित करने और शराब में भ्रष्टाचार करने का आरोप है। इसी तरह कुलदीप शर्मा पर पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने, सुरेंद्र कुमार जायसवाल पर शासन की अनुमति के बिना करोड़ों रुपए के फ्लैट खरीदने, गौरव द्विवेदी पर समग्र शिक्षा के तहत आईसीटी प्रोजेक्ट के टेंडर में गड़बड़ी, नरेंद्र कुमार दुग्गा पर सर्व शिक्षा अभियान में बिना प्रशिक्षण के करोड़ों फर्जी बिल आहरण का आरोप है। माटीकला बोर्ड के डायरेक्टर रहे सुधाकर खलखो पर चाक और मशीन की खरीदी में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी, राजेश सिंह राणा पर2020 में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसके अलावा डीडी सिंह, अमृत कुमार खलखो,नुपुर शर्मा, किरण कौशल, टी. राधाकृष्णन,संजीव कुमार झा, ईफ्फत आरा, भुवनेश कुमार यादव के खिलाफ भी प्रकरण है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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