सिक्किम में मूसलाधार, भूस्खलन से दो हिल स्टेशनों पर अटके 1000 पर्यटक

गंगटोक. सिक्किम के ऊंचाई वाले हिल स्टेशनों लाचेन और लाचुंग में भूस्खलन और भारी बारिश से करीब 1,000 पर्यटक फंस गए हैं। भूस्खलन से कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और पर्यटकों के वाहन जगह-जगह अटक गए। करीब 200 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बाकी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मंगन जिले के पुलिस अधीक्षक सोनम डेत्चुभूटिया ने बताया कि चुंगथांग से लाचुंग जाने वाली सड़क पर लीमा के पास कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं।
करीब 200 वाहनों में सवार पर्यटकों को गुरुवार रात पुलिस स्टेशन, गुरुद्वारा, आइटीबीपी कैंप और स्थानीय लोगों के मकानों में आश्रय दिया गया। शुक्रवार सुबह ये सभी लोग गंगटोक रवाना हो गए। हालांकि जो पर्यटक गुरुवार या उससे पहले लाचेन और लाचुंग पहुंचे थे, वे अब भी फंसे हुए हैं। लाचुंग और लाचेन हिल स्टेशन प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं।

तीस्ता नदी में ग्लेशियर झील फटने से 2023 में आई बाढ़ के कारण लाचेन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। यह करीब डेढ़ साल तक कटा रहा। लाचेन के लोगों ने पर्यटकों की आवाजाही के लिए लकड़ी का वैकल्पिक पुल बनाया। इसके बाद मार्च में पर्यटन सीजन शुरू होने पर पर्यटकों की संख्या बढ़ने से लाचेन के टूर ऑपरेटर और होटल मालिक खुश थे, लेकिन भूस्खलन ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक सिक्किम में 26 और 27 अप्रैल को भारी बारिश की आशंका है। उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सैकड़ों पर्यटक फंस गए। इस दौरान लोगों को निकालते सुरक्षा बलों के जवान।
प्रशासन ने रद्द किए यात्रा परमिट
भूस्खलन से शुक्रवार को उत्तरी सिक्किम के सभी यात्रा परमिट रद्द कर दिए गए। जिला प्रशासन ने टूर ऑपरेटरों को निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी हालत में पर्यटकों को उत्तरी सिक्किम न भेजें। लाचेन और लाचुंग में होटल पूरी तरह बुक हैं। लगातार हो रही बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है।