16 साल पहले आज ही के दिन नक्सलियों ने मचाया था तांडव, एसपी सहित 29 जवान हुए थे शहीद, जानिए कोरकोट्टी नक्सली कांड के बारे में
CG Naxal Attack: 12 जुलाई 2009 का वह दिन जब 300 से ज्यादा नक्सलियों ने मानपुर क्षेत्र के मदनवाड़ा और कोरकोट्टी के बीच एंबुस लगाकर एसपी वीके चौबे सहित 29 जवानों को निशाने पर लिया था। मौके पर ही सभी शहीद हो गए थे। बेहद खौफनाक मंजर था वह। प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा देश इस नक्सल हमले से थर्रा उठा था। यह पहली घटना थी जिसमें पुलिस कप्तान नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। इस वारदात को 16 साल हो गए। 12 जुलाई को एक बार फिर शहीदों को याद किया जाएगा। इन 16 वर्षो में नक्सल प्रभावित मानपुर-मोहला का नक्शा ही बदल गया है। पहले तो यह जिला बन गया है और यहां नक्सल दहशत का खात्मा सा हो गया है।
पहले जब मानपुर से कोरकोट्टी रूट पर जाने के लिए प्रशासनिक और पुलिस के अफसरों को रोड ओपनिंग पार्टी का सहारा लेना पड़ता था पर अब ऐसे हालात नहीं हैं। यहां विकास की रतार ऐसी है कि कोरकोट्टी गांव के पास जहां हमला हुआ था, वहां से नेशनल हाइवे बनाया जा रहा है। अब तो घटनास्थल को ही पहचान पाना मुश्किल हो गया है। पत्रिका टीम ने जब कोरकोट्टी रूट का जायजा लिया तो यहां बड़ा बदलाव नजर आया। यहां नेशनल हाइवे का निर्माण चल रहा है। यह रोड महाराष्ट्र के सावरगांव तक बनेगा। यानी की अब यहां 24 घंटे हैवी वाहनों की आवाजाही होगी।
वनांचल के ग्रामीण विकास से जुड़ रहे हैं तो वहीं नक्सल मूवमेंट सिमटकर रह गया है। पुलिस के उच्चाधिकारी ने बताया कि पहले इस क्षेत्र में 70 से 80 नक्सली लगातार मूवमेंट करते थे पर अब इनकी संया 15 से 20 हो गई है जो कि पुलिस की सक्रियता के चलते अब छिपते फिरते हैं। लोकल दलम भी टूट गए हैं। 2009 के दौर में इन क्षेत्रों में पुलिस को सर्च ऑपरेशन भी दिक्कत होती थी।
बारिश होते ही आवाजाही बंद हो जाती थी
मदनवाड़ा, कोरकोट्टी सहित अन्य भीतरी गांवों में बारिश का दौर शुरू होते ही आवाजाही बंद हो जाती थी पर अब ऐसा नहीं है। इस रूट में पुल बन जाने से राह आसान हो गई है। गांव के बच्चे अब पढ़ाई करने के लिए आसानी से मानपुर मुयालय तक आते-जाते हैं।
आज दी जाएगी श्रद्धांजलि
एसपी सहित 29 जवानों को आज राजनांदगांव मुुयालय में श्रद्धांजलि दी जाएगी। सुबह 9 बजे रक्षित आरक्षी केन्द्र के मंगल भवन में कार्यक्रम होगा। वहीं मानपुर मेें भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में शहीदों के परिजन भी शामिल होंगे।
इसलिए हमलाकिया था
मदनवाड़ा में बेस कैंप खोला गया था तभी नक्सली बौखलाए हुए थे। पुलिस पार्टी को रोकने के लिए ही इतने बड़े वारदात को अंजाम दिए थे पर पुलिस ने हिमत नहीं हारी। एसपी सहित 29 जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए इस क्षेत्र में नए थानों के साथ बेस कैंप खोलते ही जा रहे हैं। अब तो यहां मदनवाड़ा, सीतागांव, औंधी, कोहका में थाना खोल दिए गए हैं।
ऐसे हो रही राह आसान
वहीं परवीडीह, आमाकोड़ो, नवागांव में नए बेस कैंप खुलने से नक्सलियों की कमर टूट गई है। परवीडीह-हिड़कोटोला के बीच पक्की सड़क और पुल बनने से पुलिस पार्टी अब हर मौसम में आसानी से आवाजाही कर पाती है। ग्रामीण भी रोजी-रोजगार के लिए अब आना-जाना करने लगे हैं। कोहला, मदनवाड़ा, सीतागांव के तक सड़कों का जाल बिछ गया है।
पुलिस का नेटवर्क बढ़ा
मोहला-मानपुर एसपी वायपी सिंह ने पत्रिका को बताया कि मानपुर-मोहला क्षेत्र में पुलिस का नेटवर्क बढ़ा है। नक्सल भय खत्म हुआ है। गांवों में विकास के कार्य हो रहे हैं। अब पहले जैसी स्थिति नहीं रही। लगातार नए बेस कैंप खोले जा रहे हैं।