9 मेडिकल कॉलेजों में एमडी-एमएस की 271 सीटें खाली, दूसरे राउंड में महज 140 आवंटित
प्रदेश के नौ मेडिकल कॉलेजों में एमडी-एमएस की 271 सीटें खाली हैं, लेकिन दूसरे राउंड में महज 140 का आवंटन किया गया है। खाली सीटों की तुलना में कम सीटें आवंटन का प्रमुख कारण नॉन क्लीनिकल सीटों के लिए च्वॉइस फिलिंग नहीं होना है। यही कारण है कि खाली की तुलना में 51.66% सीटें बांटी गई हैं। अगले राउंड में खाली सीटें भरी जाएंगी, लेकिन नॉन क्लीनिकल की सीटें हर साल की तरह आधी खाली रहने की संभावना है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बुधवार को दूसरे राउंड के लिए आवंटन सूची जारी कर दी है। पहले राउंड की काउंसलिंग के बाद नेहरू मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन, गायनी, सर्जरी, पैथोलॉजी की 4-4, रेडियो डायग्नोसिस, ऑर्थोपीडिक, पीडियाट्रिक्स, ऑप्थेलमोलॉजी व रेडियोथैरेपी की 3-3, चेस्ट में 2 व डर्मेटोलॉजी की एक सीट खाली थी इन सीटों में आवंटन किया गया है। कॉलेज में ऑल इंडिया की 74 में 40 एडमिशन हो चुका है। जबकि प्रवेश 20 दिसंबर तक लेना है। वहीं स्टेट कोटे की 72 में 21 प्रवेश ही हुआ है।
टॉपरों में छह ने जनरल मेडिसिन, दो ने रेडियो डायग्नोसिस व एक-एक ने पीडियाट्रिक्स व गायनी विषय पसंद की है। नॉन क्लीनिकल यानी एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायो केमेस्ट्री की सीटें भी खाली हैं। वहीं फोरेंसिक मेडिसिन की ओर किसी छात्र ने झांका भी नहीं। दूसरे राउंड में भी किसी ने फोरेंसिक मेडिसिन की सीट पसंद नहीं की है।
निजी कॉलेजों में भी सीटें खाली
निजी कॉलेजों में रेडियो डायग्नोसिस, जनरल मेडिसिन, डर्मेटोलॉजी, सर्जरी, गायनी, इमरजेंसी मेडिसिन, ऑर्थोपीडिक्स समेत नॉन क्लीनिकल की सीटें खाली हैं। दूसरे राउंड में केवल दो एनआरआई की सीटें आवंटित हुई है। इसमें डर्मेटोलॉजी व जनरल मेडिसिन की सीटें शामिल हैं। प्रदेश में स्टेट, मैनेजमेंट व एनआरआई कोटे के लिए काउंसलिंग हो रही है। प्रदेश में पीजी की कुल 497 सीटें हैं। स्टेट कोटे के लिए 316, आल इंडिया के लिए 155 व एनआरआई के लिए 26 सीटें हैं। इनमें 6 सरकारी कॉलेजों में कुल 311 व तीन निजी कॉलेजों में 186 सीटें हैं। सरकारी में स्टेट की 156 व ऑल इंडिया की 155, वहीं निजी में 186 में 160 स्टेट व मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर प्रवेश दिया जाना है।
ईडब्ल्यूएस कोटे की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। जांच के लिए चार जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा गया था और मेल भी किया गया था। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि सर्टिफिकेट सही है या नहीं।
- डॉ. विवेक चौधरी, डीन, नेहरू मेडिकल कॉलेज
नॉन क्लीनिकल सीटों पर छात्रों के प्रवेश नहीं लेने का ट्रेंड रहा है। यही कारण है कि खाली सीटों की तुलना में कम सीटों का आवंटन किया गया है। अगले राउंड तक क्लीनिकल की सीटें भरने की संभावना है।
-डॉ. देवेंद्र नायक, चेयरमैन, बालाजी मेडिकल कॉलेज
कॉलेज सीटें खाली आवंटन
नेहरू रायपुर 51 41
सिस बिलासपुर 31 28
रायगढ़ 08 07
अंबिकापुर 19 15
राजनांदगांव 06 05
जगदलपुर 08 07
बालाजी रायपुर 49 10
रिस रायपुर 47 15
शंकरा भिलाई 48 12