रायपुर के 5 स्टूडेंट्स मल्टीनेशनल कंपनी में हुए सेलेक्ट, सैलरी 55 लाख रुपए
एनआईटी रायपुर के 5 स्टूडेंट्स को सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में प्लेसमेंट मिला है। इन सभी का सालाना पैकेज 55 लाख होगा। आईटी डिपार्टमेंट की साक्षी अग्रवाल इनमें से एक हैं। वे माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (एसडबल्यूई) पद पर सलेक्ट हुई हैं। वे बताती हैं, उलझाने वाले ऐप्लीकेशन और इन्हें तैयार करने वाले कंप्यूटर व सॉफ्टवेयर के साथ काम करना उन्हें हमेशा से पसंद है।
उनकी यात्रा माइक्रोसॉफ्ट एंगेज प्रोग्राम से शुरू हुई। यहां उन्होंने प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर एक प्रोजेक्ट बनाया। कुछ इंटरव्यू राउंड्स के बाद 15 मई से 7 जुलाई तक माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप के लिए सलेक्ट हुईं। इंटर्नशिप के बाद 15 सितंबर इंजीनियर्स डे पर उन्हें कंपनी से एफटीई के तौर पर ज्वाइन करने के लिए पीपीओ (प्री प्लेसमेंट ऑफर) मिला। साक्षी बतातीं हैं, उनकी तैयारी में सीपी, फ्रंट और बैड डेवलपमेंट, डीएसए, अन्य कोडिंग भाषाएं और कुछ आईटी ब्रांच के विषय शामिल थे। अपने जीवन के इन लक्ष्यों को पूरा करने और स्किल डेवलपमेंट के लिए उन्होंने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल का आभार माना।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के अंतिम वर्ष के सूचना प्रौद्यौगिकी ब्रांच के हृदम पलवे, साक्षी अग्रवाल और आदित्य श्रीवास्तव, कैमिकल ब्रांच की प्रशंसा गुप्ता और इलेक्ट्रीकल ब्रांच की अस्मिता शर्मा को प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में पीपीओ (प्री-प्लेसमेंट ऑफर) प्राप्त हुआ है। इस कंपनी की शुरुआत होम मेड विंडो सॉफ्टवेयर के लिए हुई थी, लेकिन आज यह अपने सॉफ्टवेयर के लिए दुनियाभर में जानी जाती है।
मल्टीनेशनल कंपनी में काम, करने का सपना साकार हुआ
आईटी के ही हृदम पलवे को भी माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी मिली है। उनका पैकेज भी 55 लाख है। हृदम बताते हैं, किसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने का सपना उन्होंने हमेशा से देखा था। अपने लक्ष्य को हासिल करने का जुनून इस कदर था कि कोडिंग को ही उन्होंने अपनी हॉबी बना ली। अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, इसमें सीपी, डीएसए, नेटवर्किंग, लिनक्स और आईटी ब्रांच के विषय शामिल थे। धीरे-धीरे उनका डीएसए के कॉन्सेप्ट से परिचय हुआ और कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम्स को हल करने में उन्हें मजा आने लगा।
इंटर्न में ही 3 महीने तक एक, लाइव प्रोजेक्ट में रहे शामिल
आईटी के आदित्य श्रीवास्तव भी माइक्रोसॉफ्ट में बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपर सलेक्ट हुए हैं। इससे पहले उन्हें माइक्रोसॉफ्ट में समर इंटर्न की भूमिका के लिए चुना गया था। यहां उन्होंने एलॉटेड टीम के साथ दो महीने तक एक लाइव प्रोजेक्ट पर काम किया। उनका यह अनुभव अद्भुत रहा। उन्होंने लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में बहुत कुछ सीखा। आदित्य ने इस दौरान समझा कि लाइव प्रोजेक्ट्स को बड़े पैमाने पर कैसे हैंडल किया जाता है। वे ऐसे लोगों से मिले जिन्हें इस क्षेत्र में बहुत अच्छा अनुभव था। इंटर्नशिप के दौरान किए गए कामों के आधार पर कुछ महीने बाद उन्हें प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिला। इनके अलावा कैमिकल ब्रांच की प्रशंसा गुप्ता और इलेक्ट्रिकल ब्रांच की अस्मिता शर्मा भी माइक्रोसॉफ्ट में सलेक्ट हुई हैं।