नया खतरा: भारत में एचएमपीवी के 6 केस मिले, एक को अस्पताल से छुट्टी
भारत में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के अब तक छह मामले सामने आए हैं। इनमें दो-दो कर्नाटक और तमिलनाडु में, जबकि एक-एक मामला गुजरात और पश्चिम बंगाल का है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को एक्स पर जारी बयान में बताया कि बेंगलूरु में तीन महीने की संक्रमित बच्ची को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि आठ महीने के बच्चे का इलाज किया जा रहा है। उसकी हालत स्थिर है। दोनों बच्चों की इंटरनेशनल ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है, लेकिन ब्रोन्को न्यूमोनिया की मेडिकल हिस्ट्री है। मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। भारत सांस संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अहमदाबाद में दो महीने के एक बच्चे को संक्रमित पाया गया। राजस्थान के डूंगरपुर का परिवार बच्चे को लेकर अहमदाबाद के निजी अस्पताल पहुंचा था। लैब में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। चीन में एचएमपीवी का संक्रमण फैलने की खबरों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 4 जनवरी को जॉइंट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक के बाद कहा था कि चीन के हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। उधर, तमिलनाडु के चेन्नई में भी दो और पश्चिम बंगाल में पांच माह का बच्चा संक्रमित मिला है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि वायरस को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। भारत में यह गंभीर बीमारी नहीं है।
शेयर बाजार लुढ़का निवेशकों के डूबे 11 लाख करोड़ रुपए
भारत में एचएमपीवी के दो मामले सामने आने के बाद सोमवार को शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई। इससे निवेशकों के करीब 11 लाख करोड़ रुपए डूब गए। बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान 1440 अंक तक गिर गया। अंत में यह 1258 अंक (1.59%) की गिरावट लेकर 77,964.99 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 388.70 अंक (1.62%) की गिरावट के साथ 23,616.05 पर बंद हुआ।
सांस संबंधी वायरस
एचएमपीवी सांस की बीमारी से संबंधित वायरस है। इससे संक्रमित मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और गले में घरघराहट शामिल है।
क्या करें, क्या नहीं
खांसी या छींक के दौरान मुंह और नाक ढंककर रखें।
हाथों को सैनिटाइजर से साफ करें या साबुन से धोएं।
बीमार हैं तो लोगों के संपर्क में आने से बचें।
हाथ से बार-बार आंख, नाक या मुंह को न छुएं।