कांग्रेस के इस विधायक ने किया अपना ‘मुंह काला’, चुनौती हारकर पूरा किया वादा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस नेता फूलसिंह बरैया सुर्खियों में हैं. दरअसल, उन्होंने कहा था, अगर प्रदेश में बीजेपी को 50 सीटें मिल गईं तो वो अपना मुंह काला कर लेंगे. इसके लिए उन्होंने तारीख और स्थान भी बताया था. कहा था कि 7 दिसंबर को भोपाल राजभवन के सामने दोपहर 2 बजे अपने हाथों से मुंह काला करेंगे.
तय तारीख पर भांडेर विधानसभा सीट से चुनाव जीते फूलसिंह बरैया पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन के बाहर पहुंचे. यहां दिग्विजय सिंह ने विधायक के चेहरे पर काला टीका लगाया. इस दौरान विधायक ने उनसे और काला टीका लगाने के लिए कहा. मगर, दिग्विजय सिंह ने ऐसा करने से इनकार किया. इस दौरान दोनों नेताओं के साथ ही पार्टी कार्यकर्ता भी मुस्कुराते हुए नजर आए.
आजतक से बातचीत में फूलसिंह बरैया ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए कालिख पोती है. जो वादा किया था उसे पूरा किया है. दिग्विजय सिंह जी ने मना किया था लेकिन मुझे अपना वादा पूरा करना था. लोकतंत्र के लिए मेरी और कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी।
बरैया को किसी की नजर न लगे- दिग्विजय सिंह
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, मैं फूलसिंह बरैया जी को बधाई देता हूं कि वो अपने वचन के पक्के रहे. मैंने उनको रोक दिया क्योंकि उनका वचन तो सही निकला. पोस्टल बैलेट में उन्हें (बीजेपी) तो 50 से कम सीटें मिलीं, जिनपर लीड थी. इसलिए उनको कोई मुंह काला करने की जरुरत नहीं है. मुंह तो बीजेपी को काला करना चाहिए, जिस प्रकार से उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है.
ये काला टीका इसलिए लगा रहा हूं ताकि बरैया को किसी की नजर न लगे. हम वचन के पक्के हैं इसलिए उन्हें तिलक लगाकर सम्मान कर रहे हैं. असली मुंह तो ईवीएम का काला किया जाएगा, क्योंकि बैलेट पेपर में कांग्रेस की जीत हुई है, जबकि ईवीएम में हार.
‘बीजेपी ने अपने वादे पूरे नहीं किए’
इससे पहले ग्वालियर में बरैया के समर्थन में किसान कांग्रेस नेता योगेश दंडोतिया ने चेहेर पर कालिख पोती थी. इस मौके पर कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे नेता फूलसिंह बरैया को मुंह काला करने की जरूरत नहीं. उन्होंने कहा कि बीजेपी दलितों का मुंह काला करना चाहती है. बीजेपी ने 15 लाख रुपये हर व्यक्ति को देने का वादा किया था. किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. बीजेपी ने अपने वादे पूरे नहीं किए, इसलिए बरैया को भी मुंह काला करने की जरूरत नहीं.
‘विधायक का मुंह काला नहीं, बल्कि सम्मान हो’
कांग्रेसी कार्यकर्ता अपने विधायक फूलसिंह बरैया को भोपाल जाकर मुंह काला करने से रोकेंगे. समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस विधायक का मुंह काला नहीं, बल्कि सम्मान होना चाहिए. बरैया राम के वंशज हैं, क्योंकि ‘प्राण जाएं पर वचन न जाए…’ वाली बात को चरितार्थ कर रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस नेता फूलसिंह बरैया अपनी बात पर कायम रहे और भोपाल में उन्होंने चेहरे पर कालिख पोती.
29 हजार से अधिक वोटों से जीता है चुनाव
बताते चलें कि फूलसिंह बरैया ने भांडेर सीट पर 29 हजार 438 वोटों से चुनाव जीता है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम पिरौनिया को हराया है. इस सीट पर 2018 के चुनाव में रक्षा संतराम सिरोनिया ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर रक्षा सिरोनिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया था.
कांग्रेस महज 66 सीटों पर ही सिमट गई
2020 चुनाव में रक्षा की फिर बीजेपी के टिकट पर जीत हुई. हालांकि, इस बार रक्षा का टिकट काटकर बीजेपी ने पूर्व विधायक घनश्याम पिरौनिया पर दांव लगाया, लेकिन वह पार्टी को जीत नहीं दिला सके. हालांकि, बीजेपी ने प्रदेश में 163 सीटें हासिल करके दो तिहाई बहुमत जुटाया है जबकि कांग्रेस महज 66 सीटों पर ही सिमट गई