इधर विष्णु उधर मोहन, मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे मोहन यादव, उज्जैन दक्षिण से हैं विधायक
सभी नए चेहरे होंगे
पहली बार 2013 में वह विधायक बने। 2018 में भी पार्टी ने उनपर भरोसा किया और वह चुनाव जीतने में सफल रहे। 2020 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मोहन यादव फिर से मंत्री बने।
डॉ मोहन यादव उज्जैन दक्षिए विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनका जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ था। पिता का नाम पूनमचंद यादव है। मोहन यादव के दो बेटे और एक बेटी हैं। वह वेल क्वालिफाइड हैं। मोहन यादव ने पीएचडी भी किया है। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने।
सभी चेहरे नए होंगे
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वर्ष 2020 में चुनाव आयोग ने मोहन यादव को असंयमित भाषा के लिए नोटिस दिया था। एक दिन के लिए चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ ही वर्ष 2021 में मोहन यादव उस समय विवाद का हिस्सा बन गए, जब उच्च शिक्षा विभाग ने एक कानून जारी किया, जिसमें कहा गया कि यदि किसी छात्र के खिलाफ आपराधिक रेकॉर्ड है तो उसे कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कई और भी विवादित बयान दिए हैं। जिसकी वजह से पार्टी असहज हो गई थी।
सीएम बनने का ख्वाब चकनाचूर होना तय
अब वसुंधरा राजे सिंधिया का राजस्थान में सीएम बनने का ख्वाब चकनाचूर होना तय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje Scindia) ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से उन्होंने एक साल के लिए राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है और इसके बाद वह खुद ही यह पद छोड़ देने का वादा किया है। हालांकि, इसके साथ ही सूत्रों ने यह भी कहा है कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें स्पीकर बनाने की पेशकश की थी। उन्होंने स्पीकर बनाने के पार्टी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।