साय मंत्रिमंडल में इन विधायकों को मिल सकती है जगह, देखिए संभावित नाम
ऐसे में कैबिनेट में किसे मौका मिलेगा यह सस्पेंश बना हुआ है। मंत्रिमंडल में ज्यादातर सदस्य नए होने की ही संभावना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के शपथ के बाद उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे। प्रदेश में दो डिप्टी सीएम होंगे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद नए कैबिनेट मंत्रियों के नामों को भी ऐलान होगा। ऐसे में कैबिनेट में किसे मौका मिलेगा यह सस्पेंश बना हुआ है। मंत्रिमंडल में ज्यादातर सदस्य नए होने की ही संभावना है। दो-तीन पुराने हो सकते हैं। डिप्टी सीएम के रूप में भी पहली बार के ही विधायकों को मौका दिया जाएगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सभी मंत्रियों के नामों की घोषणा एक साथ नहीं होगी। जाति व क्षेत्रीय समीकरण को ध्यान रखकर एक साथ सभी मंत्रियों की घोषणा में मुश्किल हो सकती है, इसलिए मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम के अलावा एक-दो मंत्री ही शपथ लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे।
देखिए संभावित नाम
अजय चंद्राकर — वाणिज्यिक कर विभाग, राजस्व एवं आपदा प्रबंधक पुनर्वास।वजह : मुखर नेताओं में गिनती होती है। प्रशासनिक पकड़ अच्छी है।
धरमलाल कौशिक — कृषि व जलसंसाधन विभागवजह: संगठन में पकड़ अच्छी है। वरिष्ठ नेता हैं। पूर्व में भी बड़ी जिम्मेदारी निभाई है।
डोमन लाल कोर्सेवाड़ा — स्कूल शिक्षा, आदिमजाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग।वजह: अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। वरिष्ठ नेता है। दुर्ग संभाग में ज्यादा चेहरे नहीं है।
केदार कश्यप — पंचायत व ग्रामीण विकास, वन-जलवायु परिवर्तन, आवास-पर्यावरण, धार्मिक न्यास। वजह : संगठन में बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कार्य का पुराना अनुभव भी है।
लता उसेंडी — महिला एवं बाल विकास व समाज कल्याण विभाग।वजह : बस्तर में महिला आदिवासी चेहरा है। पूर्व में भी मंत्री रही हैं। अभी राष्ट्रीय उपाध्याय हैं।
ओपी चौधरी — उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, खेल-युवा कल्याण विभाग।वजह: पूर्व आईएएस। संगठन में भी काम किया है। शीर्ष नेतृत्व की भी पसंद हैं।
रेणुका सिंह — लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, बीस सूत्रीय कार्यान्वयन।वजह : सांसद के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री रही हैं। मुख्यमंत्री की दौड़ में थीं।