विष्णु सरकार ने बंद कराया राजीव मितान क्लब को पैसा देना, कलेक्टरों को जारी किया निर्देश
कांग्रेस सरकार में गठित राजीव युवा मितान क्लब अब सरकारी पैसों को खर्च नहीं कर सकेंगे। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक ने क्लबों को दी गई राशि के अंतरण एवं समस्त प्रकार के व्यय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। युवा मितान क्लब को आज की स्थिति में किसी भी कार्य के लिए दी गई राशि के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। इस संबंध में राज्य के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने फरवरी 2022 में राजीव युवा मितान क्लब को लेकर गाइडलाइन जारी की थी। इसके लिए शासी निकाय का गठन भी किया गया था। इसके पदेन अध्यक्ष मुख्यमंत्री थे। इसके अलावा राज्य और जिला स्तर पर भी अलग-अलग समिति गठित की गई थी। क्लब के गठन को लेकर पूर्ववर्ती सरकार का तर्क था कि युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने, उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास करने और उनकी प्रतिभा को मंच प्रदान करने के लिए इसका गठन किया गया है। बता दें, राजीव गांधी युवा मितान क्लब योजना के तहत बीते 2 सालों में राज्य के 13 हजार 269 क्लबों को कुल 132 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई थी। इस आदेश के बाद जिला स्तरीय एवं अनुभाग स्तरीय समितियों तथा मितान क्लबों के खातों में आज की स्थिति में उपलब्ध राशि के अंतरण एवं व्यय पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हर क्लब को 1 लाख रुपए
प्रदेशभर में 13 हजार 242 क्लब गठित किए गए थे। इसमें कुल सदस्य 3.33 लाख थे। बताया जाता है कि इनमें से ज्यादा सदस्य कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े हुए थे। क्लब में सदस्यों की नियुक्ति भी जिले के प्रभारी मंत्रियों की अनुशंसा से की गई थी। मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में भी युवा नजर आते थे। सीएम उन से सवाल-जवाब भी करते थे। हर क्लब को तिमाही में 25 हजार रुपए की राशि दी जाती थी। यानी हर क्लब को साल में 1 लाख रुपए दिए जाते थे।
अब देना होगा खर्च राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र
राज्य के समस्त जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए गया है कि राजीव युवा मितान क्लब योजना अंतर्गत अब तक विभिन्न व्यय की जानकारी और व्यय की गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र दिया जाए। बता दें कि क्लब के गठन में इसका प्रावधान था। साथ ही सीए या फिर सक्षम लोगों से ऑडिट भी करना था।
राजनांदगांव और रायगढ़ में सबसे ज्यादा क्लब
जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी के हिसाब से क्लब का गठन किया गया था। राजनांदगांव जिले में सबसे अधिक 889 क्लब गठित थे।
फैक्ट फाइल
13242- कुल क्लब
3.33 लाख कुल सदस्य
132 करोड़ की कुल राशि जारी