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Video : मंथली टेस्ट पेपर के सहारे आप जरूर क्रेक कर लेंगे बोर्ड एग्जाम

इन पेपर्स को करोंगे साल्व तो 10वी, 12वीं बोर्ड में हो जाओगे पास

हम आपकों बोर्ड का किसी तरह का कोई पेपर नहीं दे रहे बल्कि पूरे साल भर जो आपने मंथली टेस्ट पेपर दिए है वहीं आपके परीक्षा में पास होने की कुंजी है। जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय कहते है कि प्री-बोर्ड इसलिए लिए जाते है ताकि बच्चे की पढ़ाई बोर्ड के अनुसार हो सके , लेकिन जब हर माह उन्हें कुछ सब्जेक्ट एक्सपर्ट टीचर्स द्वारा तैयार किए गए पेपर्स को मंथली टेस्ट पेपर के तौर पर दिया गया है तो जिन बच्चों ने उन पेपर्स के अनुसार पढ़ाई की है वे बोर्ड एग्जाम में पास हो रहे है। किस तरह करें तैयारी यह भी जानिए जिला शिक्षा अधिकारी की जुबानी………

जिला शिक्षा अधिकारी( Deo)हिमांशु भारतीय कहते हैं कि बच्चों घबराने की जरूरत नहीं है क्योंक आप तो जुलाई से ही बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि आपने हर माह जो मंथली टेस्ट पेपर दिए है वो बोर्ड पेपर के पैटर्न पर तैयार किए गए थे और उसी के अनुसार आपने पढ़ाई की है इसलिए जिन बच्चों ने मंथली टेस्ट पेपर दिए है उन्होंने तो पहले ही बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर ली है। अभी दो माह और है आपके पास, जिसमें 2 बार मंथली टेस्ट होंगे। यदि आप इन सारे टेस्ट पेपर्स का रिविजन भी कर लेते है तो आप पूरी तरह पास हो सकते हो, क्योंकि इसमें पूरा सिलेबस आ गया है।

घबराए नहीं, पेपर आसान आते है

Deo भारतीय कहते हैं कि इस तरह का प्रयोग पहली बार रायपुर में किया जा रहा है कि बच्चों को हर माह मंथली टेस्ट में जो पेपर दिए गए उसे स्कूल के टीचर्स ने तैयार नहीं किया बल्कि वे माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा रायपुर के हर स्कूल में भेजे गए। इन सारे पेपर्स को उन्हीं टीचर्स ने तैयार किया है जो बोर्ड के विषय विशेषज्ञ टीचर्स हैं। तो इसलिए हम बोल सकते है कि पेपर्स आसान ही आते है। जिस तरह आपके मंथली टेस्ट पेपर आए थे उसी पैटर्न पर बो़र्ड के पेपर आएगें, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। वो कहते हैं कि इस तरह के प्रयोग से बच्चे की पढ़ाई का भी पता चल जाता है कि बच्चा कितना पढ़ रहा है।

विनोभा भावे एप्पबताएंगा परफार्मेंस ​ रिपोर्ट

Deo कहते हैं कि हम विनोभा भावे एप्प के जरिए बच्चे की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार करते है। इस एप्प के जरिए हर बार के बच्चें के टेस्ट के मार्क्स एप्प में फीड किए जाते है। वीकली टेस्ट के मार्क्स भी इस एप्प में फीड किए जाते है। इस तरह बच्चें की एक माह की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार होती है। यह कई पैरेंट्स को शायद पता भी नहीं है।

स्कूल में पढ़ाई के स्तर को और सुधारा जाएगा

Deo कहते हैं आत्मानंद स्कूलों में पढ़ाई के स्तर पर सुधार लगातार किए जा रहे है। नए खुले स्कूलों में भी धीरे-धीरे कार्य हो रहा है और इस तरह परिवर्तन के कार्य चलते रहेंगे।

ExamTips: रिवीजन करने के लिए समरी नोट तैयार करना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। इसके लिए छोटे-छोटे प्वाइंट्स में विषयों के नोट्स बनाए।

.क्या है रिवीजन करने के फायदे

परीक्षा से कुछ वक्त पहले रिवीजन करने से स्टूडेंट्स को चीजें सही तरीके से याद रहती हैं. कई बार कुछ आसान टॉपिक ऐसे होते हैं, जिन्हें पढ़ाई के दौरान छात्र छोड़ देते हैं. हालांकि कई बार इसका नतीजा ये होता है कि स्टूडेंट्स उन टॉपिक को पढ़ना ही भूल जाते हैं और एग्जाम में उससे जुड़े सवाल आने पर परेशान हो जाते हैं. रिवीजन करने से छोड़े हुए टॉपिक को कवर करने में मदद मिलती है. अगर एग्जाम से कुछ वक्त पहले रिवीजन को एक पैटर्न बनाकर किया जाए, तो अच्छे मार्क्स आने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है.

समय और सिलेब्स तैयार करें

किसी भी विषय की तैयारी करते वक्त ध्यान दें कि आप क्या रिवीजन कर रहे हैं. रिवीजन का वक्त और सिलेबस का पैटर्न एग्जाम की तरह तैयार करें. रिवीजन करने से पहले सिलेबस को ध्यान में जरूर रखें. पुराने पेपर्स को पढ़ें, ताकि आपको सिलेब्स को समझने में किसी तरह की समस्या न हों. रिवीजन के दौरान आपको ये समझना होगा कि निबंध-आधारित एग्जाम करने के लिए आपको सिर्फ कंटेंट पढ़ने की जरूरत है, जबकि मैथ्स और साइंस जैसे विषय का रिवीजन करते वक्त आपको फॉर्मूले याद करना ज्यादा जरूरी है.

इस तरह करिए रिवीजन, होगी आसान परीक्षा

1 मंथली टेस्ट पेपर्स को पूरा बनाएं और उसी तरह के सवाल बनाने की कोशिश करें।

2. मैथ्स की तैयारी के लिए रोजाना एक घंटे दें। रोज सवाल बनाएं इससे प्रैक्टिस होती है और मैथ्स में प्रैक्टिस ही महत्वपूर्ण होती है।

3. संस्कृत के लिए रोजाना एक अध्याय पढ़े। खास कर 10 वीं बोर्ड वाले बच्चे।

4. फिजिक्स के चैप्टर से छोेटे-छोटे नोट्स बनाएं, इससे होगा यह कि आप उस चैप्टर को अच्छे से याद कर पाएंगे।

5. रिवीजन करने के लिए सही टाइम टेबल बनाएं और उसे फॉलो करें।

6. रिवीजन करने के लिए समरी नोट तैयार करना ज्यादा जरूरी होता है, छोटे-छोटे नोट्स के साथ विषयों को प्वाइंट्स में लिखें।

7.अपने स्टडी रूम की दीवार पर एक बड़े चार्ट पेपर पर कॉन्सेप्ट्स के छोटे नोट्स लगा सकते हैं। इससे आपको टॉपिक दोहराने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।

8. रिवीजन करते समय दिमाग पर स्ट्रेस न डालें, हर एक घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक लें।

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