‘घूंघट न खोलूंगी, जेठ बैठे हैं…’ राज्यपाल के सामने भाषण देने पहुंची महिला ने पैदा की विकट स्थिति
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में राज्यपाल मंगू भाई पटेल एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान एक दलित महिला को मंच पर अपनी बात रखने का मौका दिया गया. जब महिला मंच पर घूंघट डालकर पहुंची तो नेता और अधिकारियों ने घूंघट हटाकर भाषण देने को कहा. इस पर महिला ने कहा कि घूंघट नहीं खोलूंगी, जेठ बैठे हैं.
दरअसल, गुनौर विधानसभा क्षेत्र के चोपड़ा गांव में राज्यपाल मंगूभाई पटेल विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे. यहां सिया बाई नाम की महिला को मंच से अपनी बात कहने का मौका दिया गया था. महिला के साथ तीन अन्य लोगों को भी संबोधन के लिए बुलाया गया था, लेकिन इनमें सिया बाई की बातों की चर्चा हो रही है.
जब सिया बाई मंच पर घूंघट डालकर भाषण देने पहुंचीं तो अधिकारियों और नेताओं ने उनसे घूंघट खोलने के लिए कहा, लेकिन सिया बाई ने कहा कि घूंघट न खोलूंगी, जेठ बैठे हैं. सिया बाई बार बार यही बात दोहराती रहीं. सिया बाई की बातें सुनकर लोगों को हंसी आ गई और कयास लगाने लगे कि सिया बाई क्या राज्यपाल को जेठ कह रही हैं.
राज्यपाल मंगूभाई पटेल की छूटी हंसी, फिर तारीफ में कही ये बात
मंच पर राज्यपाल की भी सिया बाई की बातों पर हंसी छूट गई. महिला ने जेठ किसको बोला, ये तो नहीं पता, लेकिन इस मामले की खूब चर्चा हो रही है. सिया बाई ने इस मंच पर पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना कई योजनाओं की तारीफ की और जमकर नारे लगाए.
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि सिया बाई ने जिस हौसले के साथ अपनी बात मंच पर रखी, वह प्रशंसा की पात्र हैं. उन्होंने मोदी की योजनाओं को गिनकर बताया, वह तारीफ के काबिल हैं. वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि सिया बाई ने मोदी सरकार की योजनाओं पर जो बातें कहीं, वह प्रशंसनीय हैं.