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CG Ration Card: राशन कार्ड से मोबाइल नंबर नहीं है रजिस्टर्ड, ऐसे में क्या करें, जानिए यहां

प्रचलित राशनकार्डों के नवीनीकरण में सर्वर रोड़ा बन गया है। हितग्राहियों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से बैरंग लौटना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, ऐप भी नहीं खुल रहा है। राशनकार्ड नवीनीकरण कराने के लिए ऐप के माध्यम से आवेदन करने की सुविधा प्रदान की गई है। इससे हितग्राही घर बैठे भी आवेदन कर सकते हैं। लेकिन, मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं होने से राशनकार्डधारी नवीनीकरण के आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।

उचित मूल्य की दुकानों के संचालक राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। सर्वर ने उनके सामने परेशानी खड़ी कर दी है। जानकारी के मुताबिक नवीनीकरण के साथ-साथ राशन का भी वितरण किया जा रहा है। अभी ई-केवायसी के लिए दौड़ खत्म भी नहीं हुई थी कि एक बार फिर से राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए हितग्राहियों को उचित मूल्य की दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

नवीनीकरण के लिए अब तक कोई शिविर भी नहीं लगा है। ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के राशनकार्डधारियों को ही परेशानी हो रही है। जिले में 3 लाख 33 हजार राशनकार्ड प्रचलित हैं। राशनकार्डधारियों को 15 फरवरी तक का समय दिया गया है। सर्वर में आ रही समस्या से लगता नहीं कि यह कार्य भी शीघ्र पूरा हो पाएगा। नवीनीकरण के लिए आवेदन के लिए अपने मोबाइल एंड्रायड फोन में ऐप के माध्यम से करना होगा।

इसके जरिए राशनकार्ड के प्रथम पृष्ठ में क्यूआर कोड को स्कैन कर नवीनीकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जाता है। क्यूआर कोड स्कैन करते ही राशनकार्ड के मुखिया की जानकारी आ जाएगी। खाद्य विभाग के सहायक खाद्य अधिकारी ने बताया कि कहीं-कही सर्वर की समस्या है। कई मोबाइल धारकों के नंबर जुड़े नहीं होने से समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि जिले में 37 हजार 315 राशनकार्डधारियों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन किया है। 12 फीसदी आवेदन आए हैं।

ई-केवायसी का कार्य भी अटका

जिले में ढाई लाख से ज्यादा सदस्यों की ई-केवायसी अब तक नहीं हो पाई है। 11 लाख सदस्यों का ई-केवायसी करने का लक्ष्य है। खाद्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। ई-केवायसी की प्रक्रिया जून 2023 से चल रही है। सहायक खाद्य अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर बुजुर्गों व बच्चों की ई-केवायसी अब तक नहीं हो पाई है।

गांवों में रहती है समस्या
दूर-दराज के गांवों में सर्वर की समस्या रहती है। जिसके कारण खरीदी भी कई बार प्रभावित होती है। राशनकार्डधारियों को उचित मूल्य की दुकानों से लौटना पड़ जाता है। वन नेशन वन कार्ड के तहत ई-पॉश मशीन सभी उचित मूल्य की दुकानों में लगाई गई है। इसमें तौल का रिकार्ड भी रखा जाता है। आए दिन दुकानों में सर्वर डाउन रहता है। पूर्व में संचालक हड़ताल भी कर चुके हैं।

प्रचार—प्रसार का अभाव
नवीनीकरण को लेकर प्रचार-प्रसार नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोग राशनकार्ड नवीनीकरण नहीं करा पा रहे हैं। दुकान में आने पर ही जानकारी दी जा रही है। दुकानों में नवीनीकरण को लेकर कोई बैनर या पोस्टर नहीं लगा है। जबकि खाद्य विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार करने निर्देश जारी किया गया है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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