‘राम मंदिर बनना मुसलमानों पर जुल्म,’ जानें UCC पर क्या बोले बदरुद्दीन अजमल
लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आते-आते राजनीतिक माहौल भी गरमाया हुआ है. कई मुद्दे ऐसे हैं जिनको लेकर जमकर राजनीति हो रही है. उनमें यूनिफॉर्म सिविल (यूसीसी), राम मंदिर जैसे मुद्दे शामिल हैं. इन मामलों पर ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने एबीपी न्यूज से बातचीत में उन्होंने इंडिया गठबंधन और कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी अपनी राय रखी.
बदरुद्दीन अजमल ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) और राम मंदिर निर्माण पर कहा कि राम मंदिर बनना मुसलमानों पर जुल्म है और यूसीसी को लाना मुस्लिम महिलाओं पर हमला है.
आगामी लोकसभा में एनडीए के 400 सीटें जीतने के प्रधानमंत्री के दावे पर उन्होंने कहा, “पीएम मोदी को अपनी बात कहने का पूरा हक है, वह चाहें 370 पार कहें या 400 पार. उनके सामने कोई विपक्ष नहीं है और यह देश के लिए दुर्भाग्य की बात है. उन्होंने यह भी कह दिया कि विपक्ष अगली बार संसद की गैलरी में दिखाई देगा.”
‘टूटने की कगार पर इंडिया अलायंस’
इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया अलायंस) को लेकर AIUDF चीफ कहा, “लोगों को इंडिया गठबंधन से बड़ी उम्मीदें थीं कि यह कुछ करके दिखाएगा, लेकिन उसको न जाने किसकी की नजर लग गई और अब वह टूटने की कगार पर है. नीतीश कुमार गठबंधन छोड़कर जा चुके हैं और ममता बनर्जी जा चुकी हैं. समाजवादी और आम आदमी पार्टी भी जाने की कगार पर हैं.”
‘मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ UCC’
यूसीसी को लेकर बदरुद्दीन अजमल ने कहा, “यूसीसी लाने की नियत क्या है? ये मुस्लिम महिलाओं और मुसलमानों पर हमला है. यह संविधान और प्रकृति के खिलाफ है. वहीं, राम मंदिर के निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि यह मंदिर बनना मुसलमानों पर जुल्म है.”
उन्होंने ने कहा, “कोर्ट ने फैसला दिया और मुसलमानों के खिलाफ फैसला दिया है, लेकिन वे इससे खुश नहीं है. जब तक यह दुनिया रह गई मुसलमानों के दिल में इसका दर्द रहेगा.” ज्ञानवापी और मथुरा को लेकर उन्होंने कहा, “इसके खिलाफ केस लड़ेंगे और अगर हार गए तो कोर्ट का फैसला मान लेंगे.”
भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी बोले अजमल
राहुल गांधी की भारत न्याय जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि उनका पहला दौर तो काफी अच्छा रहा, लेकिन उसके बाद पता नहीं क्या हुआ. सभी दलों में यह बात हुई थी कि जब तक चुनाव का रिजल्ट नहीं आएगा कोई प्रधानमंत्री की बात नहीं होगी, लेकिन कांग्रेस को यह बात हज्म नहीं हुई.