हर दिन बदलता है धमतरी के बूढे़श्वर महादेव का स्वरूप, इस महाशिवरात्रि होगा विशेष श्रृंगार, निकलेगी शाही बारात
महाशिवरात्रि इस साल 8 मार्च को मनाया जाएगा। शिवालयों में तैयारी शुरू हो गई है। धमतरी में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ईतवारी बाजार स्थिति बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा विशेष आयोजन कराया जाता है। इस साल भी महादेव की भव्य शाही बारात निकाली जाएगी। ट्रस्ट की बैठक में सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई। 4 मार्च से महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरूआत होगी। इस दिन मंदिर में बूढ़ेश्वर महादेव को मेहंदी लगाई जाएगी। वहीं 7 मार्च को विंध्यवासिनी मंदिर से शास्त्री चौक तक महादेव की भव्य शाही बारात निकलेगी। बारात सहित अन्य कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं।
हर दिन बदलता है बाबा का स्वरूप
इतवारी बाजार स्थित बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर 12 सौ वर्ष पुरानी है। मंदिर को भव्य रूप देने निर्माण कार्य जारी है। जीर्णोद्धार में लगभग 3 करोड़ रूपए खर्च की जा रही है। बूढ़ेश्वर महादेव को उनके भक्त हर दिन अलग स्वरूप देते हैं। कभी फूल, फल, बिस्किट, नोट, नारियल, मिठाई सहित अन्य सामाग्रियों से सजावट करते हैं। लोगों को भी यह सजावट आकर्षिक करता है। रोज रात्रि 8 बजे मंदिर में महादेव की विशेष आरती होती है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं।
महाशिवरात्रि महोत्सव पर मंदिर में होंगे ये कार्यक्रम
ट्रस्ट के अध्यक्ष विपिन पवार, कार्यक्रम प्रभारी गोल्डी बरड़िया ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व इस साल भी धूमधाम से मनाया जाएगा। कार्यक्रम में बनारस, कलकत्ता सहित अन्य प्रदेशों के नर्तक दल, झांकियां पहुंच रही है। बारात में इस साल कुछ नई झाकियां भी जोड़ी गई है। लोगों को शाही बारात निश्चित रूप से आकर्षित करेगा।
ऐतिहासिक बारात की तैयारी जारी
बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में 4 मार्च को भोलेनाथ को मेहंदी लगाई जाएगी। 5 मार्च को हल्दी कार्यक्रम आयोजित है। 6 मार्च को मंगलगीत के साथ संगीत कार्यक्रम होंगे। 7 मार्च को भोलेनाथ की शाही बारात निकलेगी। 8 मार्च को बूढ़ेश्वर महादेव की विशेष पूजा-अर्चना, अभिषेक एवं रात्रि में भजन कार्यक्रम होंगे।
आकर्षण
- बनारस से डमरू वाले अघोरी बाबा की टीम पहुंच रही है। बारात में बाबा सांप, डमरू सहित अन्य हथियार लेकर थिरकेंगे।
2.बनारस के ही एक अन्य झांकी इस बार पहुंच रही है। इसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की झांकी होगी। शेर पर चढ़कर नर्तक दुर्गा रूप में नृत्य करेंगे।
- कलकत्ता से कंकालधारी साधु पहुंच रहे हैं। साधु कंकालों को माला के रूप में धारण कर बारात में थिरकते चलेंगे।
- आरंग से भगवान शंकर, गणेश, बजरंगबली की झांकी पहुंचेगी। इनकी हाइट 12 से 16 फी होगी।
- भोले की बारात में इस साल किन्नरों की टीम भी शामिल होंगी। ये भी बारात में थिरकते हुए आस्था प्रकट करेंगे। सभी किन्नर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से होंगे।
6 बस्तर बाजा, राजिम कुंभ के नागा साधु, शहर की स्थानीय झांकियां, डीजे, धुमाल, इंदौर की लखन बैंड पार्टी, जयपुर के भक्ति गायक प्रमोद त्रिपाठी भी धमतरी में प्रस्तुति देंगे।