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Board Exam 2024: परीक्षा में ये पांच काम कर लिए तो कामयाबी पक्की! टीचर ने दिए सुझाव, जानिए अभी

इस वर्ष चुनावी वर्ष होने के वजह से फरवरी महीने में ही स्कूलों व महाविद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं प्रारंभ हो गई है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं में सफलता प्राप्ति के लिए विद्यार्थियों को अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। जबकि अभिभावक भी अपने बच्चों को लेकर गंभीर है व सारे प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं जो सफलता प्राप्ति के लिए आवश्यक हैं। ऐसे में पत्रिका ने एजुकेशन एक्सपर्ट सुधा परमार के जरिये बोर्ड परीक्षाओं में सफलता के लिए विद्यार्थियों को अंतिम समय में कुछ विशेष प्रयास करने के आवश्यक सुझाव साझा कर रहा हैं।

परीक्षा पैटर्न को समझकर करें तैयारी
बोर्ड अथवा नार्मल क्लॉस के पेपर में प्रश्न कितने प्रकार के हैं? जैसे वस्तुनिष्ठ प्रश्न, असर्शन रीजन से संबंधित प्रश्न, केस स्टडी बेस्ड प्रश्न, आंकिक प्रश्न, निबंधात्मक प्रश्न। इन प्रश्नों को लेकर विद्यार्थी अपनी कमजोरी को समझकर तथा उन्हें दूर करने का प्रयास करें। इन सबसे आवश्यक है कि विद्यार्थी उपरोक्त प्रश्नों के उत्तर देने के लिए अपनी लेखन शैली में सुधार लाएं।

सैंपल पेपर का भी करें अवलोकन
विद्यार्थीयों को बोर्ड परीक्षा के सिलेबस को भलीभांति समझते हुए सिलेबस की सीमा रेखाओं में रह कर ही तैयारी करें। बोर्ड परीक्षा में दो प्रश्न पत्रों के मध्य समय अंतराल दिया जाता है। कुछ प्रश्न पत्रों के मध्य अधिक समय अंतराल होता है तथा कुछ के मध्य कम। कम समय अंतराल वाले विषयों का रिवीजन पहले से करके रखें। सभी बोर्ड्स द्वारा ऑफिशियल सैंपल पेपर्स जारी किए गये हैं। विद्यार्थियों को अपनी परीक्षा की पूरी तैयारी सैंपल पेपर के आधार पर ही करनी चाहिए।

प्रश्न हल करते समय इस तरह सावधानी बरतें

प्रश्नों के सटीक उत्तर लिखें, अनावश्यक शब्दों का उपयोग नहीं करें।

आंकिक प्रश्नों को हल करते समय ’सूत्रों एवं संकेतों’ को भली भांति समझकर लिखें। राशियों के साथ सदैव उनके मात्रक भी लिखें।

आवश्यक जगह पर चित्र भली भांति बनाएं तथा उनका नामांकन करें। नामांकन करते समय नामांकन शब्दों को टेढ़ा नहीं लिखें। नामांकन सीधी रेखा में करें।

बोर्ड परीक्षा में एक ही प्रश्न के कई भाग होते हैं, जिनके अंक भी भाग अनुसार ही होते हैं। ऐसी स्थिति में आवश्यक है कि विद्यार्थी प्रश्न को भाग वार हल करें।

किसी प्रश्न का उत्तर समाप्त होने पर उसके नीचे एक सीधी रेखा अवश्य खींचें, ताकि दो प्रश्नों के उत्तर स्पष्ट तौर पर अलग-अलग दिखाई दें और कोई भी प्रश्न एग्जामिनर से जांचने से नहीं छूटे।

प्रश्न का उत्तर गलत होने पर अनावश्यक कांटा-फांसी नहीं करें। दो तिरछी रेखाओं से उसे काट दें।

सफलता के पंच-तत्व

  1. परीक्षा पैटर्न
  2. अंक वितरण
  3. उत्तर लिखने की तकनीक
  4. सिलेबस की सीमाएं
  5. दो प्रश्न पत्रों के मध्य के समय अंतराल का सदुपयोग

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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