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मूल निवास के बिना इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक और फॉर्मेसी में नहीं मिलेगा प्रवेश, जानिए ये बड़ी वजह

अगर, आप भी इस साल इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक और फॉर्मेसी जैसे किसी भी तकनीकी कोर्स में प्रवेश लेने जा रहे हैं तो सबसे पहले अपना छत्तीसगढ़ मूल निवास पत्र तैयार लीजिए। डीटीई ने दस्तावेज सत्यापन केंद्र को बंद कर दिया है जिससे दस्तावेजों का सत्यापन कॉलेज करेंगे। ऐसे में आपके पास मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं होने पर प्रवेश निरस्त माना जाएगा।

मूल निवास…
मूल निवास बनाने के लिए कॉलेज छात्र को अतिरिक्त समय भी नहीं दे पाएंगे। डीटीई ने हाल ही में बैठक लेकर सभी कॉलेजों को साफ कह दिया है कि मूल निवास और जाति प्रमाण पत्र की मूल प्रतियां ही दिखानी होंगी। दस्तावेज बनाने के लिए मिली पावती से काम नहीं चलेगा। डीटीई संभावित अगस्त से काउसिलिंग की शुरुआत कर सकता है, ऐसे में निवास और जाति प्रमाण पत्र अप-टू-डेट करने आपके पास समय कम बचा है।

सीएसवीटीयू जांचेगा दस्तावेज

डीटीई ने दस्तावेजों का सत्यापन करने दो रास्ते निकाले हैं। दस्तावेज सत्यापन पहले कॉलेज स्तर पर होगा। इसके बाद छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय नामांकन जारी करने के समय फिर से दस्तावेजों की जांच करेगा। पहले डीवीसी में कई फर्जी प्रकरण सामने आते थे, जिनको केंद्र अध्यक्ष सीधे डीटीई को सौंप देता था, जिससे उक्त विद्यार्थी का समय रहते आवेदन निरस्त हो जाता था। इसका फायदा यह होगा कि विद्यार्थियों का समय बचेगा और काउंसिलिंग प्रक्रिया को जल्द पूरा कर सकेंगे। हालांकि दस्तावेजों में कोई भी कमी सामने आई तो प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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