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World Sleep Day: अच्छे भोजन व एक्सरसाइज के साथ अच्छी नींद लेना भी जरूरी, नहीं तो कमजोर हो जाएगी याददाश्त

बिलासपुर. भागमभाग भरे इस दौर में लोगों की नींद कम हो गई है। नतीजतन लोग डिप्रेशन के तो शिकार हो ही रहे हैं, अन्य बीमारियां भी घेर ले रही हैं। डॉक्टरों के मुताबिक अच्छे स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी अच्छा खानपान व व्यायाम है, उतना ही जरूरी पूरी नींद लेना भी है। तंबाकू, शराब, कैफीन और स्ट्रेस से भी नींद नहीं आती है।

नियमित दिनचर्या अपनाएं, रहें स्वस्थ

बचपन से लेकर हमारे बुढ़ापे तक अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। बच्चों को अच्छी नींद मिलने से उनके दिमाग का विकास होता है। वहीं बुढ़ापे में नींद की कमी होने से याददाश्त कमजोर होने की समस्या बनी रहती है। मौजूदा समय में लाइफ स्टाइल में बदलाव भी नींद पूरी न होने की एक प्रमुख वजह है। हमें अपनी दिनचर्या सेट करने का प्रयास करना चाहिए। हम निश्चित समय पर सो जाएं और निश्चित समय पर उठ जाएं। इस पर ध्यान देना जरूरी है। इससे हमारे बॉडी को यह पैटर्न याद हो जाएगा और नींद आसानी से आने में सहायता मिलेगी।

डॉ.अनिल यादव, मनोरोग विशेषज्ञ

अच्छे स्वास्थ्य को मापने के लिए आमतौर पर पौष्टिक भोजन का सेवन, मेडिटेशन, एक्सरसाइज पर विशेष जोर दिया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी कई पहलू हैं जो बेहद जरूरी हैं। इन्ही में से एक नींद का पूरा होना भी है। डॉक्टरों के मुताबिक युवाओं को 8 घंटे की नींद लेना चाहिए। नींद पूरी न होने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इसके अलावा बहुत से लोगों को नींद भी नहीं आती। डॉक्टरों के अनुसार इस समस्या की प्रमुख वजह स्क्रीन वाले गैजेट जिसमें मोबाइल, लैपटॉप, टीवी आदि का अधिक उपयोग शामिल है। नींद पूरी न होने के भी अनेक कारण हो सकते हैं, जिसमें बीमारी या फिर रात में ड्यूटी प्रमुख रूप से शामिल है। नींद पूरी नहीं होने का सबसे बुरा असर बच्चों पर देखने को मिलता है। बच्चों की नींद पूरी नहीं होने की वजह से उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर प्रभाव पड़ता है। साथ ही उनके दिमाग के विस्तार में समस्या आती है।

न्यू पेरेंट्स को सबसे अधिक जरूरत

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि वयस्को में नींद पूरी न होने की समस्या से जूझने वालों में एक बड़ा वर्ग नए माता-पिता का है। एक वर्ष से कम उम्र के शिशु को विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। जिसके लिए एक पेरेंट्स औसत तौर पर एक रात में तीन से चार बार उठते हैं। ऐसे में एक नए पेरेंट्स को अपने पार्टनर का ध्यान रखते हुए उनकी नींद की जरूरतों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।

तम्बाकू, शराब या कैफीन प्रोडक्ट का अधिक इस्तेमाल नींद पर प्रभाव डाल सकता है। मनोरोग विशेषज्ञों के अनुसार अच्छी नींद के लिए नशे का सहारा लेना लॉन्ग रन में घातक साबित हो सकता है। नींद का सीधा संबंध हमारे दिमाग और याददाश्त से जुड़ा हुआ है। अच्छी नींद से हमारे दिमाग अपनी जड़ों को पसारते हुए हमारे याददाश्त को मजबूत करता है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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