छत्तीसगढ़ में खत्म हुआ चुनाव प्रचार, वोटरों को साधने बीजेपी कांग्रेस ने बनाया यह प्लान
CG Lok Sabha Election news: लोकसभा चुनाव के लिए पखवाड़ेभर से चल रहा प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार रविवार की शाम 5 बजे थम जाएगा। राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को रिझाने किए जा रहे सभा, सम्मेलनों पर भी विराम लग जाएगा। चुनाव प्रचार के लिए वाहन, लाउड स्पीकर व अन्य तामझाम का उपयोग बंद हो जाएगा। ऐसे में दोनों दलों में अंतिम दौर में मतदाताओं तक पहुंचने की अलग-अलग रणनीति तैयार की है। भाजपा ने बूथ लेबल पर सघन प्रचार के साथ निगरानी के लिए सभी मंडलों में टीम बनाई है। वहीं कांग्रेस ने सेक्टर और विधानसभा स्तर पर निगरानी के लिए आला नेताओं की जिमेदारी तय की है। वहीं मतदाताओं को मंथन करने के लिए एक दिन का वक्त मिल जाएगा।
एक दिन पहले दोनों दलों का धुआंधार प्रचार
चुनाव प्रचार समाप्ति के एक दिन पहले दोनों दलों के प्रत्याशियों व नेताओं ने धुआंधार प्रचार किया। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल के लिए मुयमंत्री विष्णुदेव साय ने बेमेतरा जिले में सभाएं की। वहीं बघेल का भी फोकस पूरे दिन वहीं रहा। इधर पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू के पक्ष में ताबड़तोड़ सभाएं की। उन्होंने दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई, वैशाली नगर, अहिवारा और पाटन के करीब 40 गांवों में जाकर जनसंपर्क किया। कांग्रेस प्रत्याशी भी उनके साथ रहे।
मैदानी हालात और दलों की रणनीति
जातीय समीकरण के आधार पर टिकट वितरण के कारण मुकाबला रोचक हो गया है। दोनों दलों के प्रत्याशियों का फोकस साहू,कुर्मी व सतनामी समाज के वोटर्स पर है। माना जा रहा है कि किसी भी समाज का किसी एक पक्ष में ध्रुवीकरण हुआ तो परिणाम पर असर पड़ेगा। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों ने समाजों का साधने का हर संभव प्रयास किया है। इसके अलावा महिलाओं और युवाओं को भी लुभाने की कोशिश की गई है। वैसे चुनाव में कारगर मुद्दा दोनों दलों के पास नहीं दिखा।
दोनों दलों की खास रणनीति
भाजपा – 24 फीसदी साहू वोटर्स को साधने साहू समाज के नेताओं को सक्रिय किया गया है। कुर्मि समाज और सतनामी समाज के नेता भी जनसंपर्क में लगाए गए हैं। हर विधायक को उनके क्षेत्रों की अलग से जिमेदारी दी गई है। कांग्रेस से नाराज नेताओं को साधने के लिए भी हर विधानसभा में 2 से 3 टीमें सक्रिय।
कांग्रेस – साहू समाज पर ही अधिकतर फोकस। सतनामी समाज को भी साधने के लिए अलग-अलग टीमें लगाई गई है। विधानसभा स्तर पर प्रभावी नेताओं को सक्रिय कर साधने की जुगत भिड़ाई जा रही है। पूर्व मुयमंत्री की लोकप्रियता को भुनाने अधिक से अधिक जनसंपर्क पर जोर दिया गया है।
मतदान के दौरान की भी अलग रणनीति
भाजपा – भाजपा ने पिछले चरणों में मतदान के प्रतिशत में कमी को ध्यान में रखते हुए हर बूथ स्तर पर टीम तैयार किया है। यह टीम ज्यादा से ज्यादा मतदाता केंद्रों तक पहुंचे इस पर फोकस करेगी। मतदान नहीं करने वालों को केंद्रों तक ले जाकर मतदान कराया जाएगा।
कांग्रेस-मतदान के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मतदान की पारदर्शी प्रक्रिया और आंकड़ों को सहेजने पर रहेगा। इसके लिए बकायदा बूथ में बैठने वाले कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग भी दी गई है। मॉकपोलिंग के मतों की गणना कराएंगे। ऐसा नहीं किए जाने अथवा मतों का मिलान नहीं होने की सूरत में आपत्ति दर्ज कराएंगे औरहस्ताक्षर नहीं करेंगे।
पखवाड़े भर चला खूब तामझाम
चुनाव प्रचार में आयोग की सती के बाद भी इस बार प्रत्याशियों द्वारा काफी तामझाम किए गए। परंपरागत वाल राइटिंग व वाहनों में लाउड स्पीकरों के अलावा इस बार प्रचार में भीड़ को आकर्षित करने अलग फार्मूले भी अपनाए गए। पखवाड़ेभर से लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ बड़े नेताओं के रोड शो, सभा-समेलनों व स्टार प्रचारकों के आने का दौर चल रहा था। इस पर रविवार को विराम लग जाएगा। इसके साथ ही सभा, सम्मेलनों, स्टार प्रचारकों के कैपेनिंग पर भी विराम लग जाएगा। प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए वाहन, लाउड स्पीकर व अन्य तामझाम का उपयोग भी नहीं कर सकेंगे।
बीजेपी प्रत्याशी की बाइक रैली शहर में
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भाजपा नेताओं ने शहरी इलाकों में माहौल बनाने की रणनीति तैयार की है। इसके तहत दुर्ग शहर में भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल के समर्थन दोपहर 2 बजे से बाइक रैली व पदयात्रा निकाली जाएगी। इसमें प्रत्याशी विजय बघेल भी शामिल होंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी का फोकस रहेगा बेमेतरा में
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू का फोकस बेमेतरा जिले में खासकर बेरला ब्लाक में रहेगा। उनका पैतृक ग्राम भी इसी ब्लाक में आता है। कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू के साथ पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल भी बेमेतरा में रहेंगे।