स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम बदले जाने की प्रक्रिया पर बघेल का पलटवार, कहा- साधु-संतों का अपमान कर रही भाजपा
स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम बदले जाने की प्रक्रिया के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के लोगों को भाजपा बर्दाश्त नहीं कर पाती। छत्तीसगढ़ के साधु-संतों का भी अपमान कर रही है। शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद का योगदान है। भाजपा उसको भी नकारने की कोशिश कर रही है। मतलब छत्तीसगढ़ के महापुरुषों को भूला देना चाहते हैं। यदि आपको कोई कार्यक्रम चलाना है, तो नया कार्यक्रम चलाए और किसी का भी नाम रख दें। इनका मानसिक संतुलन खो गया है। मतदान करने के बाद मतदाताओं को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले पूर्व मुयमंत्री ने कहा, भाजपा के लोग पहले 400 पार की बात करते थे। अब इसे भूल गए हैं। 400 पार की बात संविधान बदलने के लिए करते थे। अब देश की जनता जागरुक हो गई है। जनता ने ठान लिया है कि भाजपा को विपक्ष में बैठाना है। स्मृति ईरानी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, पहले स्मृति बताएं कि वो अमेठी की जनता को 13 रुपए किलो में शक्कर और 400 रुपए में गैस सिलेंडर कब देगी।
तो प्रधानमंत्री कार्रवाई क्यों नहीं करते
बघेल ने कहा, कल प्रधानमंत्री ने बयान दिया कि अडानी-अंबानी के यहां से टेपों में नोट भर-भरकर जा रहे हैं। इसके बाद राहुल गांधी उनके खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे हैं। पीएम का यह बयान बताता है कि उन पर उम्र का असर होने लगा। दूसरी बात यह है कि उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि उनकी चलती नहीं है। प्रधानमंत्री ने संविधान की शपथ ली है। यदि उनकी जानकारी में है, तो कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। आप कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, इसका मतलब आपकी चलती नहीं है। जो आरोप लगता है कि उन्हीं के लिए काम करते है, वो सच साबित हो रहा है।