Phalodi Satta Market: राजनांदगांव सट्टा बाजार की बड़ी भविष्यवाणी, बीजेपी का हो गया ये हाल
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने में अब कुछ ही दिन शेष बचा है। सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में नौ राज्यों की 57 सीटों पर 1 जून को चुनाव होंगे। इसी के साथ लोकसभा चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वहीं अब तक 486 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हो गए हैं। जिसके बाद एक ओर जहां नेता अपने-अपने हार जीत का हिसाब लगा रहे हैं तो दूसरी ओर सट्टा बाजार भी सक्रिय हो गया है। राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार ने देश के अलग-अलग राज्यों में हार जीत का अनुमान लगाया है।
इस अनुमान के बाद अब स्थानीय सट्टा बाजार की भविष्यवाणी भी राजनीतिक नेताओं में खलबली मचा दी है। फलोदी की तरह राजनांदगांव सट्टा बाजार के अनुमान ने सियासी दलों के नेताओं के रातों की नींद उड़ा दी है। देखना बेहद दिलचस्प होगा कि राजनांदगांव के सियासी अखाड़े में जीत किस पार्टी के नेता की होती है। फिलहाल यहां हम आपको राजनांदगांव सट्टा बाजार का अनुमान बता रहे हैं। हम सट्टा बाजार के इन दावों की न पुष्टि करते हैं और न ही इसे प्रोत्साहित करते हैं। यह सिर्फ अनुमानों पर आधारित है। देखते हैं राजनांदगांव सीट पर जनता ने किस पर अपना भरोसा जताया है…
बीजेपी और कांग्रेस में तगड़ा मुकाबला
कांग्रेस ने राजनांदगांव सीट में जीत दर्ज करने के लिए राहुल गांधी ने इस बार नया दांव खेला है। पार्टी आलाकमान ने राजनांदगांव सीट से इस बार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उम्मीदवार बनाया। इधर बीजेपी ने एक बार फिर संतोष पांडेय पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है। दोनों ने खूब प्रचार प्रसार किए हैं.. ऐसे में देखना बेहद दिलचस्प होगा कि बीजेपी के गढ़ में क्या कांग्रेस कमाल कर पाएगी। इससे पहले सट्टा बाजार के अनुमान ने कांग्रेस नेताओं में खलबली मचा दी है। यहां तगड़ी फाइट होगी और जीत का आंकड़ा बेहद कम होगा।
खत्म हो सकता है करियर
फलोदी की तरह राजनांदगांव सट्टा बाजार ने इस सीट पर हार जीत को लेकर भविष्यवाणी की है। बताया है कि राजनांदगांव लोकसभा सीट में कांग्रेस की हार हो रही है। वहीं संतोष पांडेय एक बार फिर जीत हासिल कर रहे हैं। वहीं जीत का यह अंतर ज्यादा नहीं होगा। यह दावे कितने सच साबित होंगे हैं यह तो 4 जून को ही पता चलेगा। इधर फलोदी सट्टा बाजार ने भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बुरी हार का दावा किया है। अगर यह अनुमान सच साबित होता है तो भूपेश बघेल की राजनीतिक करियर पर बड़ा अघात लग सकता है। संभवता: उनका राजनीतिक करियर भी खतरे में आ सकता है।
2019 में 1.11 लाख वोटों से बीजेपी को मिली थी जीत
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार संतोष पांडे ने इस सीट पर 1.11 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। बीजेपी ने इस बार भी यहां से संतोष पांडे को टिकट दिया है। यहां 1999 से उनकी ही पार्टी (2007 के उपचुनाव को छोड़ कर) जीतती रही है।
1999 से पांच बार जीती है बीजेपी
साल विजेता पार्टी
1999 रमन सिंह बीजेपी
2004 प्रदीप गांधी बीजेपी
2007 (उपचुनाव) देवव्रत सिंह कांग्रेस
2009 मधुसूदन यादव बीजेपी
2014 अभिषेक सिंह बीजेपी
2019 संतोष पांडे बीजेपी