हर हिंदू चार बच्चे पैदा करें, पंडित प्रदीप मिश्रा में रायपुर में कही ये बात, जानिए क्यों
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। कहा कि हर सनातनी परिवार को चार बच्चे पैदा करना चाहिए। इनमें से दो बच्चे सनातन धर्म को बचाने के लिए राष्ट्र को जरूर सौंपे। चूकि इससे सनातन परंपरा मजबूत होगी। हमारे देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की जरूरत नहीं है, बल्कि सनातनी भी है और हिंदू राष्ट्र भी है। केवल घोषणा करना बाकी है।
पंडित मिश्रा राजधानी से लगे हुए अमलेश्वर में शनिवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान ये बातें कही। ज्यादा बच्चे पैदा करने की सीख देना क्या जनसंख्या नियंत्रण कानून का उल्लंघन नहीं, इस सवाल पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कानून बाद में देख लेंगे, लेकिन राष्ट्र के लिए जो अच्छा है, वह काम करना जरूरी है। उन्होंने राजनीति में धर्म के उपयोग पर कहा कि राजनीति धर्म के अनुकूल होगी तो कोई नुकसान नहीं है। इससे देश का कल्याण होगा, परंतु धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए। इससे समाज का नुकसान होता है।
नक्सलियों को सीख देशहित में काम करें
कथाकार प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अच्छा काम करने से समाज और देश का नवनिर्माण होगा। नक्सलियों को हथियार छोड़ने का संदेश देते हुए कहा कि अच्छा काम करेंगे तो देश के हित में होगा। शासन-प्रशासन की नीतियों के अनुरूप मुख्यधारा में जुड़ने से छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद समाप्त हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को रोजगार और धर्म को आगे बढ़ाने वालों को सत्ता में बैठाने के लिए समर्थन करना चाहिए।
लव जिहाद का विरोध करते हैं, सब अपना-अपना धर्म मानें
कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा का कहना है कि प्रेम विवाह से नहीं, परंतु आज जिस तरह का माहौल बन रहा, उसे देखते हुए लव जिहाद का विरोध करते हैं। बच्चों को अपने माता-पिता के मुताबिक ही विवाह करना चाहिए। किसी के बहकावे में न आएं। धर्मांतरण के सवाल पर कहा कि जो जहां हैं, जिस धर्म में हैं, सब अपने-अपने धर्म में रहें और उसका पालन करें। किसी दूसरे धर्म में अतिक्रमण करना पाप है।
खारुन का महत्व काशी जैसा
प्रदीप मिश्रा ने कहा कि खारुन नदी का महत्व काशी जैसा है। खारुन नदी के तट पर हटकेश्वरनाथ महादेव हैं, जिनकी मर्जी से ही शिव कथा होती भी है, वहीं मुझसे कराते भी हैं। सावन शिवरात्रि पर ऑनलाइन अभिषेक पूजा कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा वे इसलिए करते हैं, ताकि समाज के हर वर्ग का कल्याण हो।