‘भारत ही नहीं, पाकिस्तान के लिए भी अच्छे हैं पीएम मोदी’… PAk बिजनेसमैन ने की जमकर तारीफ!
लोकसभा चुनाव में NDA को बहुमत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. 9 जून यानी कल शाम को शपथ ग्रहण होगा, जिसमें पीएम मोदी के साथ मंत्री भी शपथ लेंगे. नरेंद्र मोदी को एक बार फिर भारत का प्रधनमंत्री चुने जाने से एक पाकिस्तानी अमेरिकी बिजनेसमैन काफी खुश हैं. उन्होनें हाल ही में एक बयान में भारत के नवनिर्वाचित PM Narendra Modi की सराहना की है.
भारत में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से हर कोई वाकिफ होगा, लेकिन अब पाकिस्तान-अमेरिकी बिजनेसमैन ने कहा है कि नरेंद्र मोदी का एक बार फिर प्रधानमंत्री बनना न केवल भारत में बल्कि पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में स्थिरता की गारंटी हैं. कारोबारी साजिद तरार ने मोदी की नेतृत्व की सराहना की और भारत की स्थिरता बनाए रखने और संभावित अस्थिरता को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
पाकिस्तान-भारत में संबंध अच्छे होने की उम्मीद
बिजनेस टुडे के मुताबिक, तरार ने कहा कि भारत के भविष्य की स्थिरता के लिए मोदी का नेतृत्व आवश्यक है. उन्होंने राजनीतिक उथल-पुथल को रोकने और देश के संविधान को बनाए रखने के लिए एक मजबूत नेता हैं. उन्होंने आगे कहा कि मोदी का नेतृत्व भारत की स्थिरता और भविष्य की संभावनाओं की गारंटी है. मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद तरार ने कहा कि पाकिस्तान के लोग दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं.
मोदी पाकिस्तान के लिए भी अच्छे
उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से बधाई संदेश न मिलने पर निराशा जताई और मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शरीफ के शामिल होने की उम्मीद जताई. तरार ने मोदी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि मोदी न केवल भारत के लिए बल्कि पाकिस्तान के लिए भी फायदेमंद हैं. उन्होंने मोदी के निरंतर नेतृत्व में दोनों देशों के बीच व्यापार और बेहतर संबंधों को बढ़ने की संभावना जताई है.
चीन का प्रतिनिधि ना बने पाकिस्तान
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट शामिल हैं. तरार ने कहा कि भारत से संबंध अच्छे करने हैं तो चीन के प्रतिनिधि बनने से दूर रहना होगा. उन्होंने नई दिल्ली के साथ संबंधों को मजबूत करने और आंतरिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए पाकिस्तान में मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दों को सुलझाने और व्यापार को बढ़ाने के लिए कहा।