मानसून अभी छत्तीसगढ़ नहीं पहुंचा, IMD ने दी गलत जानकारी, ये है नई तारीख
मौसम विभाग की जानकारी एक बार फिर गलत निकली है। विभाग ने 8 जून को सूचना जारी की थी कि मानसून की बस्तर में एंट्री हो चुकी है। जबकि अभी प्रदेश में मानसून की एंट्री होने में तीन दिन और लग सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बस्तर में 14 और रायपुर में 15-16 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है।
जब भी मौसम विभाग मानसून की घोषण करता है तो उक्त क्षेत्र में लगातार दो दिनों तक उस क्षेत्र के 80 प्रतिशत स्टेशनों में 2.5 मिमी या अधिक वर्षा हो तो दूसरे दिन मानसून पहुंचने की घोषणा की जाती है। इन संकेतों को दरकिनार कर मानसून एंट्री को घोषणा कर दी गई थी। बता दें कि प्रदेश का औसत पारा 41 डिग्री के आसपास है। हवा में 60 फीसदी नमी होने के कारण उमस भरी गर्मी से लोग परेशान है।
अभी ऊपरी हवा में तीन सिस्टम बने हुए हैं जिससे शाम होत ही तेज आंधी और हल्की बूंदाबांदी हो रही है। बुधवार को एक- दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है।
अब मानसून तेजी से बढ़ने की संभावना
मराठवाड़ा के ऊपर स्थित ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात समाप्त हो गया है। जिसके असर से पश्चिम में स्थित मानसूनी हवाओं की िस्थति सामान्य होने की संभावना है, जिसके कारण एक दो दिन में प्रदेश में मानसून की गतिविधि बढ़ सकती है। एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से नगालैंड तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है। एक विंड शेयर जोन 17 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
इन संकेतों को किया दरकिनार
दक्षिण पश्चिम मानसून को किसी क्षेत्र में पहुंचना तभी घोषित किया जाता है जब
- पश्चिमी हवा प्रबल होने चाहिए और उसकी गहराई वातावरण में 3.1 किलोमीटर तक होना चाहिए।
- वातावरण में सार्थक रूप से नमी की मात्रा गहराई तक बढ़ना चाहिए।
- आने वाले समय में लगातार वर्षा होने की संभावना बने रहना चाहिए।
- क्षेत्र में बादल की स्थिति बने रहना चाहिए।
- जिस क्षेत्र में मानसून पहुंचने की घोषणा करने के लिए, लगातार दो दिनों तक उस क्षेत्र के 80% स्टेशनों में 2.5 मिमी या अधिक वर्षा हो तो दूसरे दिन मानसून पहुंचने की घोषणा की जाती है ।