baloda bazar violence: तबादले के बाद कलेक्टर और एसपी किए गए निलंबित, CG में पहली बार हुआ ऐसा
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसात्मक घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है। बलौदाबाजार जिले के तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानन्द कुमार को तबादले के दूसरे दिन राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। इस तरह किसी हिंसा के बाद आईएएस और आईपीएस को निलंबित करने का यह पहला मौका है। इस मामले में सरकार सूक्ष्म स्तर पर अपने जांच कर रही है। वही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
घटना के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने समाज प्रमुखों की बैठक भी ली थी। बलौदाबाजार का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। इसे लेकर कांग्रेस ने 7 सदस्य समिति गठित की है और शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत बलौदाबाजार में हुई गठित घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं। कांग्रेस का सीधा आरोप है कि सरकार के इंटेलिजेंट फेल्योर होने की वजह से यह घटना घटी है। वहीं दूसरी और भाजपा के मंत्रियों का आरोप है कि इस घटना के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस जिम्मेदार है। इसके बाद से प्रदेश में सियासत गरमा गई है।