बारिश से पहले आंधी-तूफान ने मचाई तबाही, उड़े छत, गिरे पेड़, बिजली खंभे, बढ़ी लोगों की मुसीबत
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में शनिवार को तेज अंधड के साथ बारिश हुई। इधर कवर्धा जिला मुख्यालय में दोपहर को रिमझिम बारिश हुई, लेकिन कहीं-कहीं झमाझम बरसात हुई। तेज अंधड़ से कई जगहों पर पेड़ भी गिरे और विद्युत खंभे भी।
जिले के बोड़ला ब्लॉक के ग्राम पंचायत दलदली के बरघाट गांव में तेज आंधी के चलते 11 केवी के तार टूट गए और कई खंभे गिर गए। इससे कई दर्जन गांवों में अंधेरा छा गया। वहीं गांव में कई पेड़ भी गिरे। वहीं अंधड़ के चलते पंडरिया ब्लॉक के ग्राम गभोड़ा में प्राथमिक शाला का छप्पर ही उड़ गया।
वनांचल में तेज आंधी तूफान के कारण स्कूल भवन का टिन शेड ही उड़ गया। यहां पर बीते को कक्षाएं संचालित हुई थी। अब स्कूल खुलने के तीन दिन पूर्व ही स्कूल भवन का छत गायब हो गया।
बारिश के संकेत
दुर्ग संभाग की ओर बढ़ रहे मानसून से शनिवार को मौसम एक बार फिर बदल गया। सुबह तेज धूप से हुई शुरुआत के बाद दोपहर से शाम तक सूरज बादलों के पीछे छिपा रहा। शाम में समय करीब 48 किलोमीटर प्रतिघंटा की रतार से अंधड़ भी चली। दिन में वैसे तो बेचैन करने वाली तपिश रही लेकिन शाम को बादलों ने थोड़ी राहत पहुंचाई।
अधिकतम तापमान 38.2 व रात का न्यूनतम पारा 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि रविवार के बाद से दुर्ग जिले के अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। इससे तापमान 21 जून तक 35 डिग्री के करीब पहुंच सकता है। इस बीच जिले में अच्छी बारिश की भी संभावना है। 17 जून से बारिश की गतिविधियां बढ़ने लगेंगी। मानसून बीजापुर से आगे बढ़ रहा है, जो रायपुर और दुर्ग संभाग में 16 या 17 जून तक पहुंच सकता है। अभी मानसून को लेकर अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। इसके अलावा लो प्रेशर से भी तैयार हुआ सिस्टम रविवार को एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश करा सकता है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि जुलाई शुरुआत से जिले में अच्छी बारिश होगी। 17 जून के बाद मानसून पूरी तरह सक्रिय होकर बारिश कराएगा।