Advertisement Here

दो महीनों की छुट्टी के बाद बच्चे लौटे स्कूल, कहीं आरती तो कहीं मिठाई के साथ हुआ वेलकम

दो महीनों की छुट्टियों के बाद आज से स्कूल खुल गए। सभी शासकीय और निजी स्कूलों में बच्चों का तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। इधर सरकार की ओर से आज स्कूल स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस दौरान कहीं बच्चों को आरती उतारकर उनका स्वागत किया गया तो कहीं पैर घुलवाए। वहीं बच्चों में शाला प्रवेश उत्सव को लेकर उत्साह झलक रहा था। स्कूल पहुंचे बच्चों को गणवेश और किताबों का वितरण भी किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर बच्चों को नए शिक्षा सत्र की बधाई और उज्जवल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने लिखा कि प्यारे बच्चों, आज से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद प्रदेश के सभी स्कूल आज से खुल रहे हैं। आप सभी बच्चों और नव प्रवेशी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं। खूब मन लगाकर पढ़े, छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें।

हम सब हमारे बच्चों के भविष्य को गढ़ने वाले शिक्षकों को छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी सौंप रहे हैं। शिक्षकों से आग्रह है कि अपने मार्गदर्शन में बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर, संस्कारों से परिपूर्ण कर, उन्हें विकसित छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार करें। नए शैक्षणिक सत्र के आरंभ पर देश-प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य प्यारे बच्चों को पुनः हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। जय छत्तीसगढ़…

यहां वितरित किया गया सायकिल

दुर्ग जिला में शाला प्रवेश उत्सव जिला और विकासखंड स्तर पर भिलाई के वैशाली नगर शासकीय शाला में मनाया गया। इस दौरान 5-5 बच्चों को साइकिल वितरित किया गया। शेष बच्चों की साइकिल का वितरण शाला स्तर पर किया जाएगा। शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम संकुल स्तर पर 28 जून को होंगे।

न्योता भोज का आयोजन

एक जुलाई को धमधा विकासखंड के अहिवारा में कार्यक्रम होगा। दो जुलाई को दुर्ग और 3 जुलाई को पाटन के जामगांव में कार्यक्रम होंगे। बच्चों को न्योता भोज कराने के लिए कई सामाजिक संस्थानों का रुझान दिखा है। इसी तरह विभिन्न स्कूलों में शिक्षक अपने योगदान से न्योता भोज कराएंगे। स्कूलों में प्रवेश उत्सव की शुरुआत पहले 16 जून को होनी थी, लेकिन प्रदेश में हलाकान कर देनी वाली गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की शुरुआत 26 जून से करने का निर्णय लिया।

दुर्ग जिले में अभी तापमान संतुलित है, जिससे बच्चों को सुबह की पाली में परेशानियां नहीं होंगी, लेकिन दोपहर की पाली में बच्चों को एक बार फिर तेज धूप का सामना करना पड़ेगा। हालांकि बारिश की संभावना के बीच इससे राहत की भी उमीद है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button