कवि के मकान में चोरी के बाद पछताया चोर, माफी मांगने के साथ लौटा दिया सारा सामान
महाराष्ट्र में एक चोर को उस समय पछतावा हुआ, जब उसे पता चला कि उसने जिस मकान से चोरी की थी, वह प्रसिद्ध मराठी लेखक नारायण सुर्वे का था। चोर शायद साहित्य प्रेमी था। उसने चुराया गया सामान लौटाते हुए दीवार पर ‘नोट’ भी चिपकाया, जिसमें चोरी के लिए मकान मालिक से माफी मांगी गई।
चोर ने रायगढ़ जिले के नेरल में नारायण सुर्वे के मकान से एलईडी टीवी समेत कीमती सामान चुराया था। सुर्वे का 24 साल पहले निधन हो चुका है। मकान में उनकी बेटी सुजाता पति गणेश घारे के साथ रहती हैं। दोनों बेटे से मिलने विरार गए थे। मकान 10 दिन से बंद था। इसी दौरान चोर मकान में घुसा।
दोबारा पहुंचने पर दिखाई दी तस्वीर
मकान को खाली देख एक बार चोरी के बाद चोर अगले दिन फिर हाथ साफ करने पहुंचा। कमरे में सुर्वे की तस्वीर देखकर उसे पता चला कि मकान किसका है। वह लौटा और चुराया गया सारा सामान वापस रख गया।
मजदूरों के मसीहा
मुंबई में जन्मे सुर्वे प्रसिद्ध मराठी कवि व सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्हें मजदूरों का मसीहा माना जाता था। कविताओं में मजदूर वर्ग के संघर्षों को दर्शाने वाले सुर्वे ने घरेलू सहायक, होटल में बर्तन सफाई, बच्चों व पालतू श्वानों की देखभाल, कुली और मिल मजदूर के रूप में काम किया। उनका 16 अगस्त, 2010 को 84 साल की उम्र में निधन हो गया था।