नारी शक्ति: लकड़ियों पर चित्र बनातीं और उन्हें उकेरकर देतीं खूबसूरत आकार, जानें 56 साल की गंगा देवी के बारे में..
रायपुर. कोंडागांव में रहने वाली 56 साल की गंगा देवी भट्ट प्रदेश की उन महिलाओं में शुमार हैं, जिन्होंने अपनी लगन और मेहनत के दम पर पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है। गंगा देवी लकड़ियों पर चित्र बनाकर उसे आकार देती हैं और यह चित्र उनके ही जीवन का प्रतिरूप होते हैं। बीते 24 वर्षों से इस काम को करने वालीं गंगा देवी कहती हैं कि अभी कुछ वर्षों से यह काम बंद है लेकिन जल्द ही उसे फिर से शुरू करूंगी।
जमीन पर चित्र बनाकर सीखी कला
गंगा देवी बताती हैं कि उनके पिता व भाई मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाते थे। गंगा उस समय छोटी थीं और जमीन पर चित्र बनाती थीं। यहीं से उन्होंने सीखा। जयदेव बघेल की शिल्पग्राम संस्था में गंगा ने पत्थर को तराशना सीखा, एक साल तक कलाकृति बनाई, लेकिन पत्थर की उपलब्धता सुगम नहीं होने के कारण उन्होंने पुन: शिल्पग्राम संस्था से लकड़ी पर चित्रकारी कर कलाकृति बनाना सीखा।
गंगा देवी कहती है कि अभी कुछ दिन पहले ही हैदराबाद से कुछ लोग मेरे काम को देखने और सीखने आए थे। इसके पहले भी कई लोग मेरे काम को सीखने आ चुके है। बस्तर क्षेत्र और पूरे प्रदेश में मैं और मेरे प्रशिक्षक की पत्नी शांति बाई ही इस कला में माहिर हैं। इस कारण लोग हमारा यह काम सीखने के लिए आते हैं।
मुंबई एयरपोर्ट पर लगी मेरी कला प्रदर्शनी
गंगा देवी कहती है कि मुंबई एयरपोर्ट पर मेरी कला प्रदर्शनी लगी है। इसके अलावा मुंबई में ही कई बार मेरी कला की प्रदर्शनी लग चुकी है। मैंने अब तक लकड़ी पर कई कलाकृति बनाई हैं। मैं अब अपनी इस कला को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं। वह कहती हैं कि मेरा एक बेटा है, जो अब मेरा सहारा है। मैं अब अपना यह काम फिर से शुरू करने पर विचार कर रही हूं।