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जीवन को डरकर नहीं डटकर जियो, कामयाबी के लिए कर्म जरूरी.. पंडित प्रदीप मिश्राा

ऑडिटोरियम में आयोजित शिवमहापुराण के चौथे दिन अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने जीवन जीने का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि जीवन को डर-डर कर नहीं जीना है। जीवन को डटकर जीना है। जीवन में कोई भी काम करते हो, तो उसमें तटस्थ रहो। आपकी दृढ़ता और विश्वास ही अपने अंदर का भगवान है। वहीं शिव तत्व है। उसी से शिव की प्राप्ति होगी, जो शिव की अराधना करते हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। मंलगवार को कथा का अंतिम दिन होगा। अंतिम दिन कथा सुबह 8 बजे से 11 बजे तक होगी।

उन्होंने कहा कि सिहोर वाले बाबा ने कभी व्यास पीठ से डराने का काम नहीं किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भगवान भोलेनाथ को सिर्फ बेलपत्र चढ़ाने से लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होगी, उसके लिए कर्म करना पड़ेगा। इस तरह की आधी-अूधरी बातों पर न जाएं, बात को पूरा सुनें। बेलपत्र चढ़ाने के साथ मेहनत जरूरी है, क्योंकि ‘आधा काम हाथ का, बाकी भोले नाथ का’।

अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित मिश्रा ने कहा कि मनुष्य के अंदर जब विश्वास जागृत हो जाता है, तो भगवान उन्हें ढूढंते हुए आते हैं। इसलिए अच्छा कर्म करते हुए मनुष्य को डटे रहना है। लोग भले ही आपके बारे में कुछ भी कहे।

मुख्यमंत्री व विस अध्यक्ष ने की भेंट

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को राजनांदगांव प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने क्लब हाऊस सन सिटी राजनांदगांव में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से सौंजन्य भेंट की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें शाल-श्रीफल प्रदान कर समानित किया तथा स्मृति चिन्ह नंदी की मूर्ति भेंट की। मुख्यमंत्री ने पंडित प्रदीप मिश्रा से कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि सावन का महीना चल रहा है और इस दुर्लभ दिन में आपसे भेंट हुई है। इस अवसर पर पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी उपस्थित थे।

कम न पड़ें संसाधन, परहित का पर्याय है नारी

उन्होंने महिला के जीवन को परहित का पर्याय बताया। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने लिए नहीं जीती। अपने लिए सोलह सोमवार और पशुपति नाथ का व्रत नहीं करतीं। वे अपने पति और बच्चों के लिए ही सारे व्रत करती हैं। महिला का पूरा जीवन अपने परिवार के लिए समर्पित होता है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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