मौसम विभाग की भविष्यवाणी, अगले 2 दिन में एक्टिव होगा तगड़ा सिस्टम, टूटेंगे सारे रिकॉर्ड
सोमवार को सावन की विदाई हो गई। इस साल सावन में पिछले साल के मुकाबले करीब 7.58 फीसदी कम बारिश हुई। 16 दिनों से दुर्ग जिले में कहीं भी पानी नहीं गिरा। एक-दो दिन छिटपुट बारिश जरूर हुई, लेकिन इससे जिले में बारिश का कोटा पूरा नहीं हो पाया है। जिले में 1 जून से 19 अगस्त तक 545 मिली मीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य कोटा 679.5 मिलीमीटर है। इस तरह अभी भी जिले में बारिश का आंकड़ा 20.6 फीसदी कम है।
दो दिन बाद बारिश के आसार
अब मौसम विभाग ने 22 अगस्त से एक बार फिर बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है। मंगलवार को भी जिले में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश के संकेत दिए हैं। हालांकि वर्षा का मुख्य क्षेत्र अगले कुछ दिन उत्तर छत्तीसगढ़ रहने की संभावना बन रही है। इससे मध्य छत्तीसगढ़ यानी रायपुर और दुर्ग संभाग के कुछ हिस्सों तक बारिश पहुंच बना सकती है।
छत्तीसगढ़़ में बन सकता है नया सिस्टम
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उससे लगे इलाकों में एक निम्न दाब का क्षेत्र तैयार हो रहा है। यह हवाएं 24 घंटों में आगे बढ़ते हुए झारखंड और ओड़िशा तक पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में भी सिस्टम बन सकता है, जिससे कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना बन सकती है। निष्क्रिय मानसून का असर यह हो रहा है कि दुर्ग जिले में उमस दोगुनी हो गई है।
तापमान में हुई बढ़ोतरी
सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान औसत से 1.6 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद 32.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रात का पारा अभी भी सामान्य से 1.9 डिग्री की कमी पर 22.6 दर्ज किया गया है। हवा में इस समय नमी है, जबकि दिन में तेज धूप भी खिल रही है। इससे उमस का स्तर बढ़ गया है।
सोमवार को दिन में आर्द्रता का स्तर 87 फीसदी रहा जो कि अगस्त के हिसाब से 23 फीसदी अधिक है। प्रदेश में 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डोंगरगढ़ सबसे गर्म जिला रहा, वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सोनहत में रिकॉर्ड किया गया।
नदियों का जलस्तर घटा
कुछ दिन पहले तक शिवनाथ सहित अन्य नदियां उफान पर थी, जबकि बारिश नहीं होने से इनका जलस्तर गिर गया है। जिले में 3 अगस्त के बाद से ही बारिश नहीं हुई है। कुछ जगहों पर फुहारें और बूंदाबांदी का सिलसिला जारी है। मानसून की बेरुखी से तापमान में आए उतार-चढ़ाव ने अस्पतालों में भीड़ बढ़ा दी है।
बढ़े सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीज
सर्दी, जुकाम और तेज बुखार के साथ वायरल संक्रमण पूरी तरह से शहर में फैला हुआ है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यदि तीन दिनों से अधिक समय तक बुखार बना हुआ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखा देना बेहतर होगा। इसके अलावा शहर में इन दिनों डेंगू के भी कुछ मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में तबीयत अधिक खराब होने पर डेंगू का टेस्ट भी जरूर करवा लें।
मौसम विशेषज्ञ, एचपी चंद्रा ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब क्षेत्र से छत्तीसगढ़ में भी हल्की बारिश होने की संभावना बन रही है। मुख्य क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ रह सकता है। दुर्ग जिले में तेज बारिश के लिए फिलहाल इंतजार करना पड़ सकता है।