भारत की पैरा तीरंदाज शीतल देवी पर होंगी नजरें, पैरों से साधती हैं निशाना
पेरिस में ओलंपिक के बाद अब पैरालंपिक खेलों का आगाज होने जा रहा है। 28 अगस्त से शुरू होने वाले पैरालंपिक खेलों में 184 देशों के 4500 पैरा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे जो 11 दिन तक चलने वाले इस आयोजन में 22 खेलों में 549 स्वर्ण पदकों पर दांव लगाएंगे। इस दौरान कुछ पैरा खिलाड़ी ऐसे हैं जिन पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी होंगी, इनमें भारत की पैरा तीरंदाज शीतल देवी सबसे आगे हैं जो पैरों से निशाना साधती हैं। आइए नजर डालते हैं पैरालंपिक में हिस्सा लेने जा रहे कुछ चर्चित पैरा खिलाड़ियों पर…
दिएडे डी ग्रूट (नीदरलैंड्स), व्हीलचेयर टेनिस
डी ग्रूट व्हीलचेयर टेनिस के एकल और युगल वर्ग में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी हैं। उन्होंने टोक्यो में दोनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता था। डी ग्रूट सात साल की उम्र से व्हीलचेयर टेनिस खेल रही हैं। वे लगातार तीन कैलेंडर ग्रैंड स्लेम (साल के सभी ग्रैंड स्लेम) जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं। रोलां गैरों में वे 5 बार फ्रेंच ओपन एकल व छह बार युगल खिताब जीत चुकी हैं।
स्पर्धा: 02 सितंबर
17 साल की शीतल का यह पहला पैरालंपिक है। वे टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जा रहे सबसे कम उम्र के खिलाड़ियों में से एक हैं। शीतल दुनिया की पहली ऐसी महिला पैरा तीरंदाज हैं जिनके दोनों हाथ नहीं हैं और वह पैरों से निशाना साधती हैं। शीतल ने पैरा एशियन गेम्स में दो स्वर्ण पदक जीते थे। साथ ही वे 2023 की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता हैं। दुनिया की नंबर एक पैरा तीरंदाज शीतल अब पेरिस में दमदार प्रदर्शन से अपनी धाक जमाने उतरेंगी।
06 स्वर्ण पदक जीते हैं पैरालंपिक में 04 रजत व 2 कांस्य पदक भी जीते
सिल्वर हेलमेट पहनने वाले मार्सेल को सिल्वर बुलेट भी कहा जाता है। 38 साल के मार्सेल ने टोक्यो पैरालंपिक में 800 मीटर, 1500 मीटर, 5000 मीटर रेस और मैराथन में स्वर्ण पदक जीत क्लीन स्वीप किया था। पिछले साल पेरिस विश्व चैंपियनशिप में भी उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते थे। अब पैरालंपिक में भी वे इस प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे।