बड़ी खुशखबरी: 1170 पदों पर नर्सिंग-पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती, देखें डिटेल्स
आंबेडकर अस्पताल में 700 बेड के नए इंटीग्रेटेड मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में 520 से ज्यादा नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। 15 से ज्यादा डॉक्टर भी शामिल होंगे। इनमें असिस्टेंट प्रोफेसर, सीनियर व जूनियर रेसीडेंट शामिल है। प्रबंधन ने विभिन्न विभागों से पदों की जानकारी मंगाई है। पूरी जानकारी आते ही डीएमई कार्यालय को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। ताकि पदों की मंजूरी मिल जाए और भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा सके। वहीं, स्वास्थ्य विभाग 650 पदों पर भर्ती करेगा।
आंबेडकर अस्पताल में नई बिल्डिंग के लिए पिछले साल सितंबर में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आधारशिला रखी थी। अस्पताल को बनने में सालभर से अधिक समय लगेगा। ड्राइंग, डिजाइन भी तैयार है। बिल्डिंग सीजीएमएससी बनाएगी।
डॉक्टर समेत नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती करने से ही अस्पताल के एक्सटेंशन का लाभ मिलेगा। अस्पताल में सबसे पहले ऑब्स एंड गायनी व पीडियाट्रिक विभाग शुरू किया जाएगा। इसके बाद साइकेट्री या ईएनटी विभाग भी शिट किया जा सकता है। इन विभागों को बड़ी संया में स्टाफ की जरूरत पड़ेगी।
पैरामेडिकल स्टाफ में वार्ड ब्वाय से लेकर विभिन्न टेक्नीशियन, स्ट्रेचर ब्वाय के अलावा प्यून, कंप्यूटर ऑपरेटर की भी भर्ती की जाएगी। अस्पताल में अभी 500 के आसपास नर्स सेवाएं दे रही हैं, जो 1252 बेड की तुलना में काफी कम हैं। नियमित व संविदा भर्ती नहीं होने से डेली विजेश पर नर्स रखी गई हैं। इसकी संया 150 से 200 है। इसके अलावा संविदा में सेवाएं ली जा रही हैं। आने वाले दिनो में नर्सों व पैरामेडिकल स्टाफ की नियमित भर्ती होगी।
जिला अस्पतालों और सीएचसी पीएचसी में नर्सों की कमी होगी दूर
स्वास्थ्य विभाग 225 स्टाफ नर्स समेत 650 पदों पर भर्ती करेगा। राज्य शासन ने हाल में इसे मंजूरी दी है। पहली बार व्यापमं से सीधी व नियमित भर्ती होगी। इनमें 250 पद संभाग व 400 पद जिला स्तर पर भरे जाएंगे। यह भर्ती जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी, पीएचसी व सब पीएचसी के लिए की जाएगी। हैल्थ डायरेक्टर ने इसी साल जनवरी में नियमित व सीधी भर्ती का प्रस्ताव शासन के पास भेजा था। लगभग 7 महीने बाद इसे मंजूरी दी गई है। भर्ती होने से अस्पताल में नर्सों व विभिन्न टेक्नीशियनों की कमी दूर होगी। मरीजों के इलाज व देखभाल में भी सुविधा होगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग में 6300 से ज्यादा पद, नहीं मिली मंजूरी
दूसरी ओर, चिकित्सा शिक्षा विभाग में नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ के 6300 से ज्यादा पद खाली है। इन पदों को भरने के लिए रोस्टर ही तय नहीं किया जा सका है। इस कारण विभाग की ओर से शासन को प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। हालांकि डेढ़ साल पहले शासन ने इन पदों को व्यापमं से भरने के लिए मंजूरी दे दी है। इसके बाद भी इसमें देरी की जा रही है। इसमें नर्स के अलावा विभिन्न टेक्नीशियन, वार्ड ब्वॉय, कंप्यूटर ऑपरेटर व दूसरे पद शामिल है। ये भर्ती सभी 10 मेडिकल कॉलेज व इससे संबद्ध अस्पतालों में की जाएगी। ये भी सीधी भर्ती होगी। अंबिकापुर कॉलेज ने अपने स्तर पर पदों को भरने की बात कही थी। वहीं, कांकेर कॉलेज में मामला हाईकोर्ट में चल रहा था।