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She News: 16 वर्षीय सिया इस तरह मरीजों के चेहरे पर ला रही मुस्कान, बनाई नई पहचान

मरीजों को किसी भी तरह का कोई अकेलापन महसूस न हो, इसके लिए सिया उनकी हर संभव मदद करती हैं। समय-समय पर उन्हें जरूरत का सामान भी मुहैया करवाती हैं।

परिजनों को भी देती हैं संबल

सिया कहती हैं कि मेरा मकसद लोगों को जागरूक करना है कि मरीज किसी भी स्थिति में पहुंचा हो, अपनों को उसका साथ नहीं छोड़ना चाहिए। वह कहती हैं कि मरीजों के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं और केयर यूनिट्स की जानकारी भी लोगों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। इसके लिए कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। साथ ही समय-समय पर डॉक्टर्स की टीम के साथ ऐसे मरीजों के घर पर भी विजिट की जाती है और उन्हें आत्म संबल दिया जाता है।

जीवन के अंतिम छोर पर पहुंचे लोगों के बीच एक मुस्कान बांटने का काम करती हैं जयपुर की सिया गुप्ता। महज 16 वर्षीय सिया कई ऐसे मरीजों के दर्द बांटने की कोशिश कर रही हैं, जिनके जीवन का अंत करीब नजर आ रहा है। उन्होंने 2023 में एक संस्था शुरू की गई। जिसका मसकद इन मरीजों को जीवन के इस अंतिम सफर के दौरान क्वालिटी लाइफ उपलब्ध करवाना है।

एक मरीज को देख आया रोना

सिया कहती हैं कि एक दिन मैं एक मरीज से मिली, उसकी हालत देख मुझे रोना आ गया। उससे बात की तो पता चला कि वह एक ऐसी बीमारी से पीड़ित है, जिसका इलाज संभव नहीं है। डॉक्टर्स से जानकारी मिली किइस मरीज के पास जीने के लिए बहुत कम समय है। यह सिर्फ एक मरीज नहीं बल्कि ऐसे न जाने कितने लोग होंगे, जो बीमारी की इस स्टेज पर पहुंच गए हैं, जिसमें उन्हें अपना अंत नजदीक नजर आ रहा है और उनके परिजनों को कैसा महसूस होता होगा। इस संबंध में सिया ने अपने पेरेन्ट्स से बात कर मरीजों की सेवा के लिए मुहिम शुरू की।

सिया कहती हैं कि हम परिजनों को समझाते हैं कि किस तरह से वे मरीज के अंतिम समय के दर्द को कम करने में उनकी मदद करें।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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