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Nari Shakti: महिलाओं के लिए असंभव कुछ नहीं, वो सबकुछ कर सकती हैं..

जो मां बन सकती हैं, वो जीवन में हर काम कर सकती हैं। छत्तीसगढ़ के लोग बहुत ईमानदार और मेहनती हैं। इस कारण ही यहां के सामान्य लोग असाधारण काम कर जाते हैं। मेरा ऐसा मानना है कि यही सामान्य लोग हमारे हीरो होते हैं। डॉक्टर बनने के बाद काम करने के लिए जब मैं पहली बार यूके जा रही थी, तो पिता ने कहा कि यूके के बच्चों को तो और भी सर्जन मिल जाएंगे, लेकिन मेरे भारत के बच्चों का क्या? मैं जब भी छुट्टियों में भारत आती तो पिता यही सवाल करते। जब पिता का निधन हुआ तो मैंने तय किया कि अब अपना सारा जीवन भारत के बच्चों के लिए समर्पित कर दूंगी।

होमोग्राफ बैंक, जहां प्रदेश का पहला ट्रांसप्लांट हुआ

हमारे अस्पताल में होमोग्राफ बैंक का जिस दिन उद्घाटन हुआ था, उसी दिन हमें एक 12 साल के बच्चे का हार्ट मिला और प्रदेश का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट भी यहीं हुआ। मेरा ऐसा मानना है कि बच्चे का हार्ट डोनेट करने वाले बच्चे के पैरेंट्स असली हीरो हैं, क्योंकि उन्होंने किसी दूसरे बच्चे के जीवन को बचाया।

बस्तर की बच्चियों को नर्सिंग से जोड़ा

हमारे अस्पताल में हर साल लीला फाउंडेशन के जरिए 17 से 19 साल की 20 से 25 बच्चियां आती हैं। इन बच्चियों को हम मेडिकल के अलग-अलग फील्ड का कोर्स कराते हैं और वे आर्थिक तौर पर मजबूत होती हैं।

अस्पताल में फीस काउंटर नहीं है

नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में कोई फीस काउंटर नहीं है। यहां शून्य से 18 साल तक के बच्चों के दिल का इलाज और ऑपरेशन एकदम मुफ्त में किया जाता है। कोरोना काल में जहां देश-दुनिया में सर्जरी बंद थी, वहीं संजीवनी हॉस्पिटल लोगों के लिए खुला रहा। कोरोना काल में 2 हजार से अधिक बच्चों के हार्ट का सफल ऑपरेशन और कैथेड्रल प्रोसीजर हुई। यहां सिर्फ भारत के ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश व नेपाल से भी हार्ट के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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