CG News: आदिवासी बच्चे, जो अवॉर्ड जीत रहे व लोगों को ट्रैकिंग भी कराते
गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के पोडी गांव में सरकारी स्कूल से एडवेंचर स्पोर्ट्स के दस बच्चों का ऐसा ग्रुप तैयार हुआ, जो कि आज कई लोगों को ट्रैकिंग करा रहा है। साल 2022 में इन बच्चों ने माउंट क्लाइम्बिंग में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। इस ग्रुप के बच्चे अभी स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई करते हैं। साथ ही अपने पैशन को भी समय देते हैं। उन्होंने अपने शिक्षक के मार्गदर्शन में ट्रैकिंग का काम शुरू किया था।
आपको बता दें कि वर्ष 2022 में राजस्थान के माउंट आबू में स्थित एक माउंटेनियरिंग स्कूल से इन बच्चों ने प्रशिक्षण लिया था, जिसमें से चार बच्चों शीला कश्यप ने माउंट क्लाइंबिंग में (सिल्वर), त्रिवेणी कश्यप ने माउंट रनिंग में गोल्ड, अम्बा तारक ने सिल्वर और खिलेश्वरी ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।
पोडी गांव में साल 2009 में शिक्षक प्रदीप कुमार सेन ने इन बच्चों को मैराथन के लिए तैयार किया। उस समय इन बच्चों की उम्र 11 साल थी और उसी समय इन बच्चों ने नेशनल मैराथन में हिस्सा लिया और तीन अवॉर्ड भी अपने नाम किए। 6 बच्चों को सिखाने से शुरू हुआ यह सिलसिला आज 25 बच्चों तक पहुंच गया है। प्रदीप कुमार सेन कहते हैं कि शुरुआत में गांववालों ने विरोध किया, पर बच्चों के पैरेंट्स ने साथ दिया।
चिंगरापगार में कराते ट्रैकिंग बच्चों का यह ग्रुप गरियाबंद के चिंगरापगार वॉटरफॉल के आसपास ट्रैकिंग और कैम्प कराता है। इन बच्चों ने हाल ही इसकी शुरूआत की है। ग्रुप की कोमीता कहती हैं कि अब हम भी अन्य बच्चों को एंडवेंचर स्पोर्ट्स की जानकारी देते है और ट्रैकिंग कराने की शुरुआत की है।