सुखदेव ने अपने काम से बताया हुनर के लिए डिग्री नहीं, विजन चाहिए

टी हुसैन. अगर आपके अंदर कुछ अलग करने का जुनून हो तो आप मंजिल पा सकते हैं। जशपुर के पत्थलगांव निवासी सुखदेव मधु (सुखी) की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उन्हें कैमरों से प्यार था। स्कूल के दिनों में वे किसी भी फोटो स्टूडियो में जाकर कैमरा निहारा करते थे। एक बार उन्होंने स्टूडियो के कैमरे को छू दिया तो ओनर ने बाहर निकाल दिया। तभी सुखी ने संकल्प लिया कि वे इससे बड़ा कैमरा चलाएंगे।

एक दिन ऐसा भी आया जब उन्हें आईपीएल में ग्राउंड सिनेमेटोग्राफर के तौर पर काम करने का मौका मिला। सुखी ने बताया कि वह 21 वर्ष की उम्र में डीओपी (डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी) थे। उन्होंने स्कूल तक ही पढ़ाई की। दोस्तों के साथ फोटो क्लिक करने जाते तो सभी उनके खींचे फोटो की तारीफ करते थे। फिर उन्होंने इसी में अपना कॅरियर बनाने की ठानी।

सुखी बताते हैं कि एक बारमेरे पास फोन आया कि गोवा में एड शूट करना है। मुझसे पूछा गया कि रेड कैमरे में शूट कर लोगे न? मैंने बिना सोचे ही हामी भर दी जबकि मैंने कभी इतने बड़े ब्रांड का कैमरा छुआ तक नहीं था। मैं वह मौका नहीं गंवाना चाहता था, इसलिए मैंने रातभर यूट्यूब में रेड कैमरे की पूरी जानकारी निकाल ली। जब गोवा पहुंचा तो उन्हीं बातों को बताया। सामने वाला मेरी बातों और जानकारी से प्रभावित हुआ और मुझे काम मिल गया।

टीवी शो, वेबसीरीज और फिल्मों में भी दिखाया हुनर

उनका कहना है कि वॉरियर हंट, केबीसी जैसे टीवी शो में भी उन्होंने टीम के साथ सिनेमेटोग्राफी की है। इसके अलावा कुछ वेबसीरीज और धर्मा प्रोडक्शन के लिए काम किया है। सुखी कहते हैं कि कुछ फिल्में हैं, जिनमें उनका काम लोगों को नजर आएगा।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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