राजेश मूणतजी आप कब मंत्री बनेंगे, कांग्रेस विधायक बोले- 2047 में…

छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में उस वक्त विधायक और मंत्री खिलखिला उठे जब कैबिनेट मंत्री को लेकर बात छिड़ गई। मंगवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष महतारी वंदन को लेकर सवाल कर रहे थे। इसी बीच भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा, नेता प्रतिपक्ष जी क्षमा याचना के साथ कहना चाहता हूं कि आप भी (विधानसभा अध्यक्ष के रूप में) यहां बैठते थे। वे (उमेश पटेल) भी मंत्री थे।
पूछ लिया- मूणतजी आप मंत्री कब बन रहे..
यदि उस समय यह सब कर दिए होते, तो वहां (विपक्ष में) बैठने की स्थिति नहीं बनती। इस पर महंत ने तुरंत कहा, आप इधर से उधर कैसे पहुंच गए। इस पर कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने पूछ लिया कि मूणतजी आप मंत्री कब बन रहे हैं। इस पर कांग्रेस विधायकों ने कमेंट किया कि वर्ष 2047 तक। यह बात सुनकर सभी हंसने लगी।
खाली दुकानों में रियायत देने पर करेंगे विचार
विधानसभा में निगम की निर्मित खाली दुकानों का मुद्दा उठा। ध्यानाकर्षण के जरिए भाजपा विधायक गजेन्द्र यादव ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, दुर्ग में नगर निगम में दुकानों की कीमत अधिक होने से बिक नहीं रही है। ऐसे में दुकानें जर्जर हो रही हैं। इसके जवाब में डिप्टी सीएम अरुण साव ने दुर्ग नगर निगमों की दुकानों की विस्तार से जानकारी दी। विधायक यादव ने जमीन दर में छूट देने की मांग रखी। डिप्टी सीएम ने कहा, सारी प्रक्रिया नियमों के तहत की जाती है। दुकानों को रियायत देने पर विचार किया जाएगा।
वित्त मंत्री की गैर मौजूदगी से विपक्ष हुआ नाराज
विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के आय-व्यय पर सामान्य चर्चा की शुरुआत हुई। विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत विधायक उमेश पटेल ने की। इस बीच सदन में वित्त मंत्री ओपी चौधरी मौजूद नहीं थे। इस पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अपनी आपत्ति जताई और विपक्ष सदन की कार्यवाही छोड़कर वापस चले गए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। थोड़े देर बाद वित्त मंत्री सदन में पहुंचे। इसके बाद विधानसभा में बजट पर सामान्य चर्चा शुरू हो सकी।