सिर्फ पूजा-पाठ काफी नहीं, अच्छी सेहत के लिए उपवास भी जरूरी

चेन्नई की कमला देवी धाकड़ा 101 साल की उम्र में पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनके जीवन का मूल आधार माला-जाप, विधान पूजा और गुरु सेवा है लेकिन वह नियम से दो दिन के आहार के बाद तीसरे दिन उपवास रखती हैं। उनकी दिनचर्या तड़के 3:30 बजे शुरू हो जाती है। सुबह माला स्वाध्याय, गृह चैत्यालय में नित्य पंचामृत अभिषेक के बाद 6:00 बजे घर से मंदिर के लिए निकलती हैं।

9 बजे घर लौटकर दैनिक कार्यों में जुट जाती हैं। वह कहती हैं कि गर्मी हो या बरसात, दिनचर्या नहीं बदलती। इस उम्र में भी स्वस्थ होने का राज पूछने पर उनका कहना था कि उपवास हर बीमारी का इलाज है। उन्हें बुखार है या तबीयत खराब है तो अगले दिन उपवास अवश्य करती हैं। उन्होंने जैन शास्त्रों में वर्णित करीब-करीब सभी व्रत पूरे किए हैं।

पेट भूखा तो बॉडी हीलिंग

कमला देवी का मानना है कि पेट को भूखा छोड़ो तो खाना पचाने आदि क्रिया में व्यस्त शरीर के अंग बॉडी हीलिंग का काम शुरू कर देते हैं। उपवास के अगले दिन वह पूर्णत: स्वस्थ हो जाती हैं। अल्पहार और सादा भोजन लंबी उम्र का राज है। उन्होंने नमक, तेल, तली हुई वस्तुओं को छोड़ रखा है। व्यायाम पर भी जोर देती हैं। घर के हॉल में दिन में दो-तीन बार आधा-आधा घंटे वॉक करती हैं।

लंबा जीवन…सप्ताह में एक दिन व्रत जरूर करें

शरीर स्वस्थ रखने के लिए हमारी सदियों पुराने जीवन शैली को अपनाना चाहिए। हमारे यहां सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद नहीं खाने की परंपरा रही है। इसका पालन करना चाहिए। यह शरीर की बॉयोलोजिकल क्लॉक से भी मिलता है। कुछ लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं। यह जीवन शैली का हिस्सा नहीं है। यह शॉर्ट टर्म प्रयास है। लंबा जीना है तो सप्ताह में एक दिन व्रत रखना चाहिए। -डॉ. एस.के. सरीन, लीवर विशेषज्ञ

सोने से तीन घंटे पहले खाना बंद करें

1 सुबह जागने के बाद कम से कम एक घंटा कुछ न खाएं।

2 सोने से 3 घंटे पहले खाना बंद करें। इससे नींद के दौरान शरीर उपवास की दशा में चला जाता है।

3 दिन में भोजन पचाने के लिए मैक्रोन्यूट्रिएंट्स अनुकूल होते हैं। लोगों को जीवनशैली के अनुरूप खाने का शेड्यूल बनाएं।

4 उपवास चरणबद्ध तरीके से करें। अधिकतर लोग 16:8 शेड्यूल (16 घंटे उपवास और 8 घंटे के दौरान ही खाना) का समर्थन करते है। कुछ शोध में 12:12 के उपवास को भी प्रवासी बताया गया।

5 भोजन के समय का शेड्यूल बनाए रखने की कोशिश करें।

6 उपवास तोड़ते समय, फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा खाने पर ध्यान दें।

7 महीने में एक बार 24 या 36 घंटे का उपवास करें।

(जेफ क्रास्नो, अमरीकी लेखक, स्वास्थ्य विशेषज्ञों से चर्चा के बाद)

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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