ऑटोरिक्शा चालक की बेटी अस्मिता ने जीता स्वर्ण पदक

राजगीर. यदि कड़ी इच्छाशक्ति हो तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। इसका बड़ा उदाहरण महाराष्ट्र की 18 वर्षीय भारोत्तोलक अस्मिता दत्तात्रेय ढोने हैं, जिन्होंने यहां खेले जा रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में महिलाओं की 49 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया। अस्मिता के पिता ऑटोरिक्शा चलाते हैं और उनकी मां एक डेयरी किसान है। अस्मिता ने दो युवा राष्ट्रीय भारोत्तोलन रेकॉर्ड तोड़े।

उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 95 किग्रा उठाकर 94 किग्रा का युवा राष्ट्रीय रेकॉर्ड पीछे छोड़ा। इसके बाद उन्होंने दो और किग्रा वजन जोड़कर फिर से अपना राष्ट्रीय रेकॉर्ड तोड़ दिया। इस तरह से उन्होंने कुल 170 किग्रा वजन उठाया। इस स्पर्धा में उत्तर प्रदेश की मानसी चामुंडा (163) ने क्लीन में 75 और जर्क में 88 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक जीता।

दीपिका और पार्थ ने कांस्य पदक पर साधा निशाना

भारत की अनुभवी महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी ने यहां रविवार को समाप्त हुए तीरंदाजी विश्व कप स्टेज-2 में कांस्य पदक जीता। दीपिका ने व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के पदक मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक टीम की स्वर्ण पदक विजेता कोरिया की कांग चाएयंग को 7-3 के स्कोर से शिकस्त दी।

दीपिका कुमारी इस स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र गैर कोरियाई खिलाड़ी थी। दीपिका ने विश्व कप में अपना कुल 12वां पदक जीता। वहीं, उन्होंने इस साल भारत को महिला रिकर्व स्पर्धा में पहला पदक दिलाया।

ओलंपिक पदक विजेता को पार्थ ने दी शिकस्त

मौजूदा अंडर-21 विश्व चैंपियन पार्थ सालुंखे ने भी शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक पर निशाना साधा। उन्होंने पेरिस ओलंपिक के पदक विजेता फ्रांस के बैप्टिस्ट एडिस को कड़े संघर्ष के बाद 6-4 से शिकस्त दी। उन्होंने कहा कि इस पदक से उनका मनोबल काफी बढ़ा है।

भारत ने जीते 7 पदक

भारत ने इस विश्व कप में अपने अभियान को सात पदकों के साथ समाप्त किया। भारत ने दो स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य जीते।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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