विद्यार्थियों के लिए शुरू हुई ABC अकाउंट, इस तरह पढ़ाई में मिलेगा लाभ, फायदे जान उछल पड़ेंगे आप
उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों को दोबारा पढ़ाई शुरू करने का मौका देने अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट सिस्टम शुरू किया है। इसके माध्यम से पढ़ाई छोड़ चुके छात्र आसानी से फिर पढ़ाई शुरू कर पाएंगे, क्योंकि उनका सारा रिकार्ड इस सिस्टम में मौजूद होगा। आगामी शैक्षिणक सत्र के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस वर्ष से छात्रों को बिना अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडट (एबीसी) आईडी के एडमिशन नहीं ले सकेंगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक एबीसी अकाउंट को एक बैंक अकाउंट की तरह समझा जा सकता है। जैसे हम अपनी सेविंग बैंक में रखते हैं, ठीक उसी तरह हम अपने सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री के क्रेडिट एबीसी अकाउंट में स्टोर कर सकेंगे। यह एक वर्चुअल स्टोर-हाउस है, जो हर स्टूडेंट के डेटा का रिकॉर्ड रखेगा। इसके लिए कॉलेज और यूनिवर्सिटीज को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट स्कीम में अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद वहां पढ़ने वाले हर स्टूडेंट का डेटा स्टोर होना शुरू हो जाएगा। यदि कोई स्टूडेंट बीच में ही पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे टाइम पीरियड के हिसाब से सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री दी जाएगी। फर्स्ट ईयर पास करने पर सर्टिफिकेट, सेकेंड ईयर पास करने पर डिप्लोमा और तीन साल या कोर्स पूर करने पर डिग्री दी जाएगी।
यह होगा एबीसी का काम
एबीसी रजिस्टर्ड इंस्टीट्यूट द्वारा दिए गए क्रेडिट को सिस्टम स्टूडेंट्स के अकाउंट्स में जमा करेगा। यह यूजीसी के दिशा-निर्देशों और मानदंडों के मुताबिक क्रेडिट को भी मान्य करेगा। बैंक सिर्फ इंस्टीट्यूट्स के दिए गए केडिट स्वीकार करेगा न कि स्टूडेंट्स के।
राज्य के 50 इंस्टीट्यूट जुड़े एबीसी योजना से
एबीसी योजना का फायदा किसी भी इंस्टीट्यूट का छात्र उठा सकता है। शर्त सिर्फ इतनी है कि इंस्टीट्यूट ने अपना रजिस्ट्रेशन इस स्कीम के तहत कराया हो। छत्तीसगढ़ में अब तक 50 अकादमिक इंस्टिट्यूट ने इस योजना के तहत खुद को रजिस्टर किया है। इसके तहत अब तक 7 लाख 8 हजार 306 छात्रों ने अपने एबीसी अकाउंट बनाए हैं।
ऐसे बनाएं एबीसी अकाउंट
सबसे पहले कैंडिडेट्स को एकेडमिक बैंक एकाउंट क्रिएट करना होगा। इसमें उसका नाम, एड्रेस, सर्टिफिकेट, कोर्स डिटेल जैसी चीजें डालनी होंगी। इसके बाद यूनिक आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिससे कैंडिडेट्स कभी भी लॉगिन कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले डिजिलॉकर पर जाएं और जिन स्टूडेंट्स के पास डिजिलॉकर आईडी है वे एबीसी आईडी बना सकते हैं। यहां एजुकेशन सर्च करें और एकेडमिक बैंक क्रेडिट सर्विसेस पर जाकर एबीसी आईडी बनाना शुरू कर सकते हैं। इसके लिए छात्र अपनी यूनिवर्सिटी सेलेक्ट कर जनरेट एबीसी आईडी पर क्लिक करना होगा। अब क्रेडिट एक्युमिलेट करें और इन्हें एबीसी डॉट गोव डॉट इन पर चेक कर सकेंगे।