बाबा साहेब सुनाते हैं संविधान की गाथा… लोगों को हर सवाल का देते हैं जवाब

संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू में सोमवार को बाबा साहेब के जन्मदिवस पर देशभर से करीब एक लाख अनुयायी पहुंचेंगे। आंबेडकर स्मारक देश का एकमात्र ऐसा तीर्थ स्थल है, जहां बाबा साहब के अस्थि कलश के समक्ष हर साल हजारों लोग सामाजिक उत्थान की प्रार्थना करते हैं। इस स्थल पर अनुयायी बाबा साहब से संविधान पर सवाल भी पूछते हैं और डिजिटल प्रतिमा के रूप में बाबा साहब सामने आकर जवाब देते हैं।

आंबेडकर स्मारक में 3 मार्च को बाबा साहेब के होलो बॉक्स का अनावरण किया गया था। होलो बॉक्स आमजन की संविधान से जुड़ी जिज्ञासाओं को दूर करने के लिए लगाया गया है। आंबेडकर मेमोरियल सोसायटी के सचिव राजेश वानखेड़े ने बताया कि होलो बॉक्स के समक्ष 40 दिन में करीब 8 हजार से अधिक लोग बाबा साहेब से सवाल कर चुके है। यहां राज्यों और ग्रामीण परिवेश से आने वाले अनुयायी निजी जीवन से जुड़े सवाल भी करते है। इस पर एआइ सिस्टम से जवाब मिलता है- कृपया संविधान से जुड़े सवाल ही करें।

होलो बॉक्स से लोग देश के संविधान, निर्माण, अनुच्छेद, इतिहास और इनसे जुड़ी जानकारियां हासिल कर सकते है। बॉक्स में एलईडी स्क्रीन पर बाबा साहेब की डिजिटल प्रतिमा दिखाई पड़ती है, जो हाथों में संविधान लिए होती है। बॉक्स पर एक कैमरा है, जो अनुयायी को रिकार्ड करता है। अनुयायी को माइक में सवाल पूछना होता है। एलईडी स्क्रीन से बाबा साहब की डिजिटल प्रतिमा जवाब देती है।

सबसे ज्यादा बोला गया शब्द ‘जय भीम’

होलो बॉक्स की देख-रेख में जुटे इंजीनियर्स ने बताया कि बॉक्स के समक्ष सबसे ज्यादा बोला गया शब्द ’जय भीम’ रिकॉर्ड हुआ है। एलईडी स्क्रीन पर बाबा साहब की प्रतिमा दिखाई देने पर अनुयायी माइक के समीप पहुंचकर बाबा साहब को जय भीम का संबोधन कर आदर देते है।

बेटी को संतान कब होगी

रविवार को पहुंची महाराष्ट्र विदर्भ के मोरखंडी निवासी अंजीर बाई सोरकामने होलो बॉक्स पर बाबा साहेब की डिजिटल प्रतिमा देखकर भावुक हो गई। वह माइक के समीप पहुंची और धीरे से बोलीं- बाबा साहेब मेरी बेटी को संतान प्राप्ति कब होगी? इस सवाल का कोई जवाब नहीं आया। कर्मचारियों ने अंजीरबाई से कहा कि अम्मा, बाबा साहेब संविधान से जुड़े सवालों के ही जवाब देंगे, घर-परिवार के नहीं। अंजीरबाई जय भीम कहकर माइक से दूर हो गई। होलो बॉक्स संचालनकर्ताओं ने बताया कि हर दिन करीब 200 लोग बाबा से संवाद करते हैं।

यहां भी बाबा साहेब के होलो बॉक्स

नगर (नागपुर): बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म अपनाया।

सिविल लाइंस(दिल्ली): बंगले में डॉ. आंबेडकर रहे।

वदारवाडी (पुणे): बाबा साहेब का संग्रहालय।

कश्मीरी गेट (दिल्ली): डॉ. आंबेडकर विवि।

15, जनपथ (नई दिल्ली): डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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