10वीं-12वीं क्लास में फेल हो गए हैं तो निराश न हो.. मिलेगा क्रेडिट सिस्टम का लाभ, जानकर खुशी से उछल पड़ेंगे आप
क्रेडिट सिस्टम के तहत बोर्ड परीक्षा में फेल हो चुके छात्र-छात्राएं अब सप्लीमेंट्री एग्जाम के साथ ही दोबारा सभी विषयों की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें क्रेडिट सिस्टम के तहत परीक्षा देने फिर से आवेदन करना होगा।
ड्राप आउट रेट में आएगी कमी
क्रेडिट सिस्टम के माध्यम से ऐसे छात्र जो बोर्ड परीक्षा पास होने की उमीद छोड़ देते थे या पास होने के लिए कई साल लगा देते थे, उन्हें फायदा मिलेगा। कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो अनुत्तीर्ण या पूरक आने के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं, ऐसे में इस योजना से ड्राप आउट रेट में कमी लाने में मदद मिलेगी।
जिला शिक्षा अधिकारी डीआर साहू ने बताया कि दसवीं-बारहवीं की मुय परीक्षा में फेल हुए छात्र क्रेडिट सिस्टम की मदद से सप्लीमेंट्री परीक्षा के साथ ही दोबार परीक्षा दे सकेंगे। इसमें वे चाहे कितने विषय में फेल हों, इस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
पूरक परीक्षा के साथ ही इसकी भी परीक्षा आयोजित की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल की इस योजना का ज्यादा लाभ पिछले वर्ष प्रचार-प्रसार के अभाव में फेल हुए छात्र-छात्राओं को नहीं मिल पाया था।
जिसके चलते इस बार शिक्षा विभाग द्वारा फेल हुए छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दी जा रही है। बतादें कि इस साल 11 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में फेल हुए थे। वहीं 10 वीं में 1 हजार 454 परीक्षार्थी सप्लीमेंट्री में आए हैं, जबकि 7 हजार 116 परीक्षार्थी फेल हो गए हैं। इसी तरह 12 वीं में 2 हजार 295 छात्र-छात्राएं सप्लीमेंट्री में आए हैं, जबकि 3980 छात्र-छात्राएं फेल हो गए। फेल छात्रों को क्रेडिट सिस्टम का लाभ मिलेगा।
आप भी जानिए…सप्लीमेंट्री से ऐसे अलग है क्रेडिट सिस्टम
बोर्ड परीक्षा के परिणाम में जो विद्यार्थी एक विषय में फेल हुए हैं, उन्हें पूरक की पात्रता दी जाती है। जबकि इससे अधिक विषय में फेल होने वाले विद्यार्थी को क्रेडिट सिस्टम के तहत परीक्षा देने की पात्रता दी जाती है। अब सिर्फ पूरक वाले विद्यार्थियों को नहीं बल्कि दो से अधिक विषय में फेल होने वाले छात्र-छात्राओं को भी फिर से परीक्षा देने का मौका दिया जा रहा है।