CG Election 2025: रायपुर में महिला होगी मेयर, अब टिकट के लिए लगाएंगी ताकत
राजधानी के मेयर पद की तस्वीर साफ होते ही अब भाजपा-कांग्रेस में सक्रिय महिला नेताओं में दावेदारी तेज होने वाली है। रायपुर निगम का महापौर पद 10 साल बाद अनारक्षित महिला हुआ है। इससे पहले 2010 में हुआ था, जब कांग्रेस से किरणमयी नायक और भाजपा से प्रभा दुबे आमने-सामने थीं। इस चुनाव में किरणमयी बाजी मारते हुए पांच सालों तक मेयर रहीं। एक बार फिर किसी एक महिला के हाथों में नगर सरकार की बागडोर रहेगी। वहीं, जिन पार्षदों के वार्ड बदले हैं, वे अब अपने-आजू-बाजू के वार्डों में राजनीतिक जमीन तैयार करने में लग गए हैं।
हालांकि मेयर का टिकट दोनों राजनीतिक दलों से किस महिला नेत्री को मिलेगा, यह तो टिकट का ऐलान होने के बाद पता चला चलेगा। फिलहाल, भाजपा से सबसे प्रबल दावेदार नगर निगम की राजनीति में सक्रिय तीन बार की पार्षद और पांच सालों तक निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे को माना जा रहा है। फिर भी दोनों दलों से महिलाएं दावेदारी की सक्रियता दिखाने लगी हैं।
सिंधी समाज से दो महिलाएं आगे आईं
सिंधी समाज से दो महिलाएं महापौर का चुनाव लड़ने में रुचि दिखा रही हैं। भाजपा से सिंधी कौंसिल महिला विंग की अध्यक्ष राशि बलवानी और कांग्रेस से कविता ग्वालानी दावेदारी पेश करने की तैयारी में हैं। समाज प्रमुखों का भी मानना है कि विधानसभा चुनाव में दोनों दलों से टिकट मांगा था, परंतु मिला नहीं। अब महापौर का पद सामान्य होने के कारण समाज के तरफ से ठोस दावेदारी रखी जाएगी।
दावेदार
भाजपा से मीनल चौबे के अलावा, ममता अग्रवाल, लक्ष्मी वर्मा, शताब्दी पाण्डेय, ममता साहू, सीमा साहू, सीमा कंदोई समेत कई महिला पार्षद पीछे नहीं रहेंगी।
कांग्रेस से महापौर रह चुके प्रमोद दुबे अपनी पत्नी दीप्ति दुबे और पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा अपनी पत्नी परमिंदर जुनेजा, निगम में राजस्व विभाग की अध्यक्ष व तीन बार की पार्षद अंजनी राधेश्याम विभार, डॉ. मीनाक्षी कन्हैया अग्रवाल, शोभा यादव, बबीता नथानी, वंदना राजपूत, उषा रंजन श्रीवास्तव का नाम प्रमुख है।
कई पार्षद पति के रूप में जाने जाएंगे
वार्डों के आरक्षण से कई दिग्गज पार्षदों का वार्ड महिला हुआ है। ऐसे में वे अपनी पत्नियों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में हैं। जैसे एमआईसी सदस्य नागभूषण राव, सुंदर लाल जोगी सहित कई ऐसे पार्षद हैं, जो चुनाव नतीजे पक्ष में आने पर पार्षद पति के नाम से जाने जाएंगे। वहीं, महापौर एजाज ढेबर बैरन बाजार वार्ड से मैदान में हो सकते हैं। अभी वहां से प्रमोद दुबे पार्षद हैं। सुंदरलाल शर्मा वार्ड महिला सामान्य हो जाने से मृत्युंजय दुबे अपने बाजू वाले वार्ड से टिकट हासिल करने में जोर लगाएंगे। या फिर अपनी पत्नी को मैदान में उतारेंगे। पार्षद प्रमोद मिश्रा वार्ड-33 में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं।