CG News: डेढ़ माह की प्रैक्टिस, शहर की अश्रेया ने बॉक्सिंग में जीता गोल्ड
टिकरापारा निवासी अश्रेया ने 24वीं राज्य स्तरीय शालेय प्रतियोगिता (अंडर-17) में गोल्ड मैडल जीता है। यह प्रतियोगिता 6 से 9 अक्टूबर तक रायपुर में आयोजित की गई। यह उपलब्धि उन्हें महज डेढ़ माह की प्रैक्टिस में मिली है। श्रीचैतन्य टेक्नो स्कूल में 8वीं की छात्रा अश्रेया ने बताया कि उन्हें भी उमीद नहीं थी उन्हें गोल्ड मिलेगा। अब वह नेशनल में खेलने के लिए जोर शोर से तैयारी कर रही है।
इसी तरह तारबहार निवासी मारग्रेट एंथोनी ने भी राज्य स्तरीय शालेय प्रतियोगिता में अंडर-19 वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया है। सेंट जोसफ इंग्लिश मीडियम में 11वीं की छात्रा मारग्रेट ने बताया कि वह रेलवे बॉक्सिंग स्टेडियम में दो साल से ट्रेनिंग ले रही है। वह इस प्रतियोगिता में पहली बार शामिल हुई थी, जिसमें प्रथम स्थान पर रही। उनका सपना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग प्रतियोगिता जीतना है। मारग्रेट ने बताया कि इससे पहले उन्होंने ओपन स्टेट प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल जीता था। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद उन्होंने इस खेल को ही कॅरियर के रूप में चुना है।
भाई से ली ट्रेनिंग
अश्रेया ने बताया कि उनके भाई मेहुल निखार नेशनल प्लेयर हैं। उन्हीं की प्रैक्टिस को देखकर मन में आया कि बॉक्सिंग सीखना चाहिए। यह न केवल सेल्फ डिफेंस बल्कि शरीर की मजबूती के लिए भी जरूरी है। भाई मेहुल से डेढ़ महीने की ट्रेनिंग लेने के बाद राज्य स्तरीय शालेय प्रतियोगिता में शामिल हुई थी, जिसमें वह प्रथम स्थान पर रहीं। बेटी की इस उपलब्धि पर खुश पिता सुनील निखार और मां माया निखार का कहना है कि बच्चे चाहे तो इसी में कॅरियर बनाने सकते हैं।
अश्रेया के भाई मेहुल ने हरियाणा के हिसार में बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ली है। वे दो बार नेशनल स्तर पर बॉक्सिंग में शामिल हो चुके हैं। अश्रेया का कहना है कि फिलहाल पढ़ाई के साथ साथ बॉक्सिंग भी सीखती रहूंगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में होने वाले नेशनल गैस में प्रतियोगी खिलाड़ी से खेलने का अनुभव मिलेगा। यह प्रतियोगिता अगले माह हो सकती है। अश्रेया स्कूल में पढ़ाई, होमवर्क के अलावा दो से चार घंटे तक प्रैक्टिस करती थी। प्रशिक्षित भाई मोहेल ही उनके कोच होने से उन्होंने बॉक्सिंग के गुर सीखने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।