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CGBSE: 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए आई अच्छी खबर… विज्ञान, रसायन, अंग्रेजी और संस्कृत में मिलेगा बोनस अंक

बोर्ड परीक्षा के दौरान इस साल छात्र-छात्राओं को त्रृटिपूर्ण प्रश्नों ने काफी उलझाया। दसवीं और बारहवीं दोनों कक्षाओं के पर्चे में आंशिक त्रुटि सामने आई है। छात्रों की शिकायत पर माध्यमिक शिक्षा मंडल अब छात्रों के हित में ऐसे प्रश्न पत्र में बोनस अंक देने का आदेश जारी किया है।

उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में बोर्ड परीक्षा में कुल 18 हजार 565 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इसमें कक्षा दसवीं में 10 हजार 509 तथा बारहवीं में 8 हजार 56 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दिलाई। बीते साल की अपेक्षा इस बार दोनों ही कक्षाओं के प्रश्न पत्र काफी कठिन आए थे।

इसके अलावा 10वीं के विज्ञान और 12वीं के रसायन, अंग्रेजी और संस्कृत में पर्चे में आंशिक त्रुटि रही। इसे हल करने में छात्र-छात्राओं को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। त्रुटि के चलते अधिकांश छात्रों ने संबंधित प्रश्न हल नहीं कर पाए। इसे लेकर छात्र-छात्राओं ने यह पर्चा फिर से कराने अथवा बोनस देने की मांग की थी। आमदी सेजेस के छात्र-छात्राओं ने बाकायदा कलेक्ट्रेट और डीईओ दफ्तर पहुंचकर प्रदर्शन कर अपनी बात रखी। अंतत: माध्यमिक शिक्षा मंडल को बोनस अंक देने का आदेश जारी करना पड़ा। यह आदेश धमतरी शिक्षा विभाग में पहुंच गया है।
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जारी

बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं और बारहवीं बोर्ड कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हो गया है। धमतरी में इसके लिए शिवसिंह वर्मा उच्चतर माध्यमिक शाला को मूल्यांकन केन्द्र बनाया गया हैं, जहां मूल्यांकन के लिए 2 सौ से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी लगी है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दसवीं के विज्ञान में त्रुटि के चलते 2 अंक और बारहवीं के अंग्रेजी, रसायन और संस्कृत में 1-1 अंक बोनस दिया जाएगा। यह अंक नतीजे घोषित होने के पहले ही परीक्षार्थियों की अंकसूची में जोड़ दिए जाएंगे।

डीईओ तेजराम जगदल्ले ने कहा कि दसवीं और बारहवीं के कुछ विषयों के सवालों में त्रुटियां पाई गई। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोनस देने के लिए आदेश जारी कर दिया है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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