अड़र बड़र बंधना छोड़, तीन मूड़ी छै डोर? CGPSC में पूछे ऐसे मुहावरे ने छात्रों को उलझाया
राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा जिले के 11 केन्द्रों में पीएससी परीक्षा आयोजित की गई। इसमें एसडीएम, डीएसपी, आरटीओ, बीडीओ बनने के लिए छात्र-छात्राओं ने किस्मत आजमाया। परीक्षा दो पॉलियों में हुई, जिसमें 3 हजार 391 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिलाई।
प्रथम पॉली की परीक्षा में जनरल स्टडीस का पर्चा हुआ, जिसमें इतिहास, भूगोल, राजनीति,पर्यावरण और पारिस्थितिकी से प्रश्न पूछे गए थे। पर्चा में छत्तीसगढ़ मुहावरे में सही मिलान करने के प्रश्न ने अभ्यर्थियों को उलझाया।
छात्रों ने बताया कि पर्चा में अड़र बड़र बंधना छोड़ तीन मूड़ी छै डोर जैसे मुहावरे का उत्तर पूछा गया था। छत्तीसगढ़ अधिनियम और पंचायती राज अधिनियम के प्रश्नों ने भी अभ्यर्थियों को परेशान किया। पीएससी परीक्षा के लिए धमतरी जिले में एनआरएम गर्ल्स कालेज, शिव सिंह वर्मा उमावि, डॉ शोभाराम देवांगन उमावि सहित कुल 11 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। प्रथम पॉली की परीक्षा सुबह 10 बजे से दापेहर 12 बजे तक हुई।
परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पूर्व से ही अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्रों में पहुंच गए थे। परीक्षा में मोबाइल, केलकुलेटर, हैंड घड़ी समेत अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस लाने पर प्रतिबंध था। यही वजह है कि केन्द्रों में प्रवेश देने के पूर्व केन्द्राध्यक्षों ने प्रत्येक छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र और आधार कार्ड में नाम पता और पिता का नाम मैच किया।
जांच-पड़ताल के बाद ही उन्हें केन्द्रों में प्रवेश दिया गया। प्रथम पॉली की परीक्षा दिलाने के लिए कुल 4 हजार 684 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीयन कराया था। 3 हजार 391 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिलाई।
1293 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। द्वितीय पॉली की परीक्षा दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक हुई। परीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी व संयुक्त कलेक्टर रामकुमार कृपाल ने अपनी टीम के साथ परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। नकल का कोई भी प्रकरण सामने नहीं आया है।
जिले के 11 केन्द्रों में पीएससी की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। उड़नदस्ता की टीम ने औचक निरीक्षण भी किया।
रामकुमार कृपाल, नोडल अधिकारी पीएससी परीक्षा