महिला सम्मान: CM साय से महिला पत्रकारों ने कहा अधिमान्य पत्रकारों के दायरे में सालों से काम कर रहे पत्रकार भी आए
मुख्यमंत्री ने किया महिला पत्रकारों सम्मान

विष्णु देव साय ने महिला पत्रकारों को किया सम्मानित, महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया बल
महिला सम्मान: cm साय से महिला पत्रकार ने कहा अधिमान्य पत्रकारों के दायरे में सालों से काम कर रहे पत्रकार भी आए
Raipur cm house news। राज्य निर्माण के बाद प्रदेश में यह पहली बार देखने मिला कि किसी मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर महिला पत्रकारों का सम्मान किया और उन्होंने 2 घंटे तक महिला पत्रकारों को संवेदनशीलता के साथ सुना। 2 घंटे तक प्रदेश के मुखिया का महिला पत्रकारों को सुनना और उतनी ही सहजता से अपने बारे में बताना मुख्यमंत्री की सहजता को दर्शाता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में हुए महिला पत्रकार सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महिला पत्रकारों से सुझाव मांगे और कहा कि आप बताए की हम महिलाओं के लिए और किस तरह से काम कर सकते हैं। वरिष्ठ पत्रकार सरिता दुबे ने महतारी वंदन के लिए मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया और पत्रकार सम्मान निधी 10 हजार से 20 हजार करने के लिए आभार जताया साथ ही यह भी कहा कि सम्मान निधि तो केवल अधिमान्य पत्रकारों को मिलती है जबकि कई पत्रकार सालों से सतत पत्रकारिता कर रहे है जो आज भी अधिमान्य पत्रकारों में शामिल नहीं हो पाए है इसलिए अधिमान्यता के नियमों में बदलाव किए जाए।

उन पत्रकारों को भी अधिमान्य पत्रकार का दर्जा दिया जाए जो सालों से सतत पत्रकारिता से जुड़े हैं। इसके साथ ही वरिष्ठ पत्रकार ने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता की बात भी बताई कि जब उन्होंने पत्रिका अखबार में एक खबर बनाई थी जिसमें गरियाबंद के छुरा ब्लॉक की खलियापानी गांव की 39 साल की अनेशी जो विशेष पिछड़ी जनजाति भुंजिया समुदाय से आती है उसकी खबर प्रकाशित की, जिसमें बताया गया था कि उसे सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।

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इस खबर पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और जनसंपर्क की टीम ने गांव के पंच और सरपंच के जरिए अनेशी बाई की पूरी जानकारी ली कि उसे किन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि जनसंपर्क मुख्यमंत्री का ही विभाग है और विभाग द्वारा इस खबर पर संज्ञान लेना उनकी संवेदनशीलता को बताता है। उन्होंने यह भी कहा कि महतारी वंदन योजना में नई बहनों को जोड़ना महिलाओं के लिए बड़ी उपलब्धि है।
आईएनएच टीवी की एंकर सोनल भारद्वाज कौशल ने कहा कि महिलाओं के लिए बनाई गई योजनाए ग्रामीण अंचल तक पहुंचे इसके लिए मॉनीटरिंग की जाए। वहीं लल्लूराम डॉट कॉम की एंकर ज्योति सिंह ने भी अधिमान्यता वाले पत्रकार नियमों में बदलाव की बात की। वरिष्ठ पत्रकार शगुफ्ता शिरीन ने कहा कि महिला पत्रकारों को भी साल में एक बार घूमाने ले जाया जाए। इसके साथ ही आईबीसी, आईएनएच न्यूज, भास्कर डिजिटल, नवभारत, बंसल न्यूज चैनल, हिंदी खबर, विस्तार न्यूज, आकाशवाणी और दूरदर्शन के साथ ही बेवसाइट में कार्य करने वाली कई महिला पत्रकारों ने भी महिला सुरक्षा के साथ ही कई सारे सुझाव दिए और सम्मान के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।

‘महतारी वंदन अभिनंदन’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिला पत्रकारों को सम्मानित किया और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं समाज का सशक्त आधार हैं, और छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर और समर्थ बनाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रही हैं।
महिला सुरक्षा और सुविधाओं पर सरकार का विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य में विशेष महिला थानों, हेल्पलाइन सेवाओं और कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में महिला थानों और कामकाजी महिलाओं के लिए सुविधाओं का विशेष प्रावधान किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘महतारी वंदन’ योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की दिशा में सरकार ठोस कदम उठा रही है।
सम्मानित हुईं महिला पत्रकार
मुख्यमंत्री ने श्रीमती सरिता दुबे, सुश्री रश्मि ड्रोलिया, श्रीमती सोनल भारद्वाज कौशल, श्रीमती ज्योति सिंह, श्रीमती मधुमिता पाल, सुश्री निशा द्विवेदी, सुश्री निधि प्रसाद, शगुफ्ता शिरीन, सुश्री चित्रा पटेल, सुश्री करिश्मा सोनी, आफताब बेगम, सुश्री खुशबू ठाकरे, श्रीमती तनु वर्मा, श्रीमती आकांक्षा तिवारी, आकांक्षा दुबे, सुश्री रसिका पांडे सहित 60 से अधिक महिला पत्रकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर शासन की योजनाओं से संबंधित बुकलेट, ब्रोशर और पुस्तकें प्रदान की गईं, ताकि वे इनका लाभ उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें।

सम्मान में दिए गए स्मृति चिन्ह और उपहार
महिला पत्रकारों और गणमान्य महिलाओं को सम्मानस्वरूप शॉल, स्मृति चिन्ह और आकर्षक बैग भेंट किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मान केवल उनके कार्यों की सराहना नहीं, बल्कि उनके योगदान को आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें, और वे अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह से जागरूक हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकार नई योजनाओं को लागू करेगी, जिनमें महिलाओं को आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन का उद्देश्य है कि प्रत्येक महिला को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा मिले, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर समाज में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा सकें।मुख्यमंत्री श्री साय ने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएँl