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छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीज की मौत, इधर रायपुर समेत अन्य जिलों में मिले इतने नए केस

महासमुंद में एक कोरोना मरीज की मौत हो गई। इस सीजन में दिसंबर से अब तक यह चौथी मौत है। इसके पहले रायपुर, भिलाई में भी कोरोना से मरीजों की मौत हो चुकी है। दूसरी ओर शनिवार को रायपुर में 4 व दुर्ग में दो नए मरीज मिले हैं। नए मरीजों के साथ ही प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 66 हो गई है।

होम आइसोलेशन में 6 मरीज स्वस्थ हुए हैं। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना के केस माइल्ड हैं, लेकिन जो पहले से दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनके लिए कोरोना खतरनाक साबित हो रहा है। महासमुंद में जिस मरीज की मौत हुई है, वे पहले से डायबिटीज, हाई बीपी व दूसरी बीमारियों से ग्रसित थे।

आंबेडकर अस्पताल में चेस्ट विभाग के एचओडी डॉ. आरके पंडा व सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन के अनुसार कोरोना तब तक सुरक्षित है, जब तक इसका डायग्नोस व इलाज सही समय पर शुरू हो जाए। कैंसर, हार्ट, अस्थमा, टीबी व लिवर के बीमारी वालों के रिस्क अभी भी बना हुआ है। इसलिए कोरोना को हल्के में लेने के बजाय अलर्ट रहें।

कोरोना के बाद यही स्थिति है मरीज नहीं आते तो क्या करें

बाल एवं शिशु रोग विभाग के वार्ड एक व दो पूरी तरह खाली था। पहले दोनों वार्ड पैक रहते थे। ऑन ड्यूटी नर्स से जब बेड खाली होने की जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद यही स्थिति है। मरीज नहीं आते तो क्या करें? जबकि पीडियाट्रिक वार्ड में न फैकल्टी की कमी है और न इंफ्रास्ट्रक्चर की। एनआईसीयू व नर्सरी में जरूर बच्चों की संख्या अच्छी खासी थी। जानकारों का कहना है कि अब पीडियाट्रिक के ज्यादातर डॉक्टर प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं और खुद का अस्पताल चला रहे हैं इसलिए वार्डों में मरीज कम हो गए हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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