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Elections 2024: बाधाएं हारीं, जोश जीता… निर्भय होकर वोटिंग के लिए उमड़े लोग

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह रहा। छह जिलों की 26 सीटों के लिए करीब 56.68 फीसदी मतदान हुआ। देर रात तक ईवीएम के पहुंचे का सिलसिला जारी था। ऐसे में आंकड़ों में बदलाव की संभावना है। सबसे ज्यादा 73.80 फीसदी वोटिंग पुंछ जिले में, जबकि सबसे कम 29.51 फीसदी श्रीनगर जिले में दर्ज की गई। इस चरण में 25 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने 239 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया। पहले चरण में 18 सितंबर को 61.38 फीसदी मतदान हुआ था।

दूसरे चरण में ऊंचे पहाड़ी इलाकों से लेकर निचली घाटियों तक जोश नजर आया। नौशेरा क्षेत्र में एलओसी का इलाका हो या आदिवासी पहाड़ी क्षेत्र कंगन, हर जगह भयमुक्त माहौल में मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने दिव्यांग और बुजुर्गों को घर से मतदान की सुविधा दी, लेकिन उन्होंने भी मतदान केंद्र पर जाकर वोट डाला। रियासी विधानसभा क्षेत्र के बुजुर्ग हाजी करमदीन भट्ट ने मतदान केंद्र पर मतदान के बाद कहा, मेरे पास मतदान से जुड़े अधिकारी आए थे। उन्होंने घर से ही वोट डालने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। मेरी उम्र 102 साल है। जरूरी नहीं फिर वोट डालने का मौका मिले। इसलिए यह मौका खोना नहीं चाहता था।

विदेशी राजनयिकों के दौरे पर उमर की आपत्ति

मतदान के दौरान विभिन्न देशों के राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने मतदान प्रक्रिया देखने के लिए श्रीनगर के बेमिना क्षेत्र में मतदान केंद्र का दौरा किया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कहा, यहां अगर मतदान में भागीदारी बढ़ी है तो इसका श्रेय लोगों को मिलना चाहिए। विदेशी राजनयिकों को यहां लाकर चुनाव दिखाना सही नहीं है। ऐसा कर केंद्र सरकार मतदान में लोगों की भागीदारी का श्रेय खुद ले रही है। वहीं विदेशी राजनयिकों ने कई केंद्रों पर जाकर मतदान प्रक्रिया देखी और भारतीय लोकत्रंत की तारीफ की।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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